AGRICULTUREBREAKING NEWSHARYANA

Haryana News: हरियाणा में फिर छाई सुल्तान की गाय, दूध देखकर दंग रह गए लोग

स्टेट चैंपियन होने का मिला चुका है खिताब, जानिए क्या है इसकी खुराग

Haryana News: हरियाणा प्रदेश कृषि प्रधान देश है। किसान पशु पालकर अपना पालन पोषकर रहे है। इतना ही हरियाणा में आजकल पशुपालन क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है। पशुपालन का बढवा देने के लिए हरियाणा सरकार भी काफी काम कर रही है।

 

हरियाण में एक बार फिर सुल्तान सिंह की एचएफ नस्ल की गाय की चर्चा हो रही है। उनका यह हरियाणा में पशु पालन दूसरों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।

A total of 6064 posts are vacant in this department of Haryana
Haryana: हरियाणा के इस विभाग में कुल 6064 पद खाली, जल्द भरें जाएंगे सारे पद

सुल्तान सिंह का कहना है कि वे कई सालो से पशुपालन का व्यवसाय अपनाया हुआ है। वह कई सालों से एचएफ नस्ल की गाय पालत है। उनकी गाय प्रतिदिन 60 लीटर दूध देती है।

यह गाय न केवल अपने दूध उत्पादन के कारण आकर्षण का केंद्र है, बल्कि इसकी सुंदरता को लेकर चर्चा में है।

इस गाय ने एनडीआरआई के डेरी मेले में कई बार पहला स्थान भी प्राप्त किया है। सुल्तान सिंह के अनुसार, इस गाय की नस्ल के कारण उन्हें मुनाफा बढ़ा है, और वह दूसरों को भी सलाह देते हैं कि अच्छे पशुओं का पालन करें।

Women in Haryana will get 2100 rupees per month
Haryana: हरियाणा की महिलाओं को मिलेंगे हर महीने 2100 रुपये, यहां करना होगा आवेदन

सुल्तान सिंह ने बताया कि वह और उनके परिवार के सदस्य 35 सालों से पशुपालन का कार्य कर रहे हैं, और इस क्षेत्र से उन्हें बहुत अच्छा मुनाफा हुआ है। उनके पास 10 पशु हैं, और ये सभी अच्छे और उच्च गुणवत्ता वाले हैं।

अच्छी नस्ल के पशु पालें किसान
राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉक्टर धीर सिंह ने बताया कि पशुपालन और डेयरी एग्रीकल्चर सेक्टर से जुड़े कार्य हैं। लोगों को अच्छे पशुओं से काफी फायदा मिल रहा है.

विभाग ने की ये अपील: निदेशक डॉक्टर धीर सिंह ने बताया कि पशुपालक किसान मेलों में हिस्सा लें और वैज्ञानिक पद्धति अपनाएं। उन्होने बताया कि आजकल पशु पालने का व्यवसाय काफी फायदेमंद हैं कई नस्ल की गाये 60 से 70 रुपए किलो दूध देती है।

Bumper recruitment in Haryana Family Identity Card Department
HPPA Recruitment: हरियाणा परिवार पहचान पत्र विभाग में निकली बंपर भर्ती, जल्दी करें आवेदन

सरकार करती है पुरस्कृत: मेले में आए पशुओं की दूध क्षमता का कल रिजल्ट आएगा उसके बाद पता चल पाएगा किस पशुपालक की गाय या भैंस कितने लीटर दूध देती है। उसके बाद कल विजेता पशुपालकों को पुरस्कार भी दिया जाता है। गांवो मे प्रतियोगिताएं करवाई जाती हैं

WhatsApp Group Join Now
Google News Join Now
Back to top button