Haryana News: यमुनानगर में हाल ही में सात राइस मिलों में हुए बड़े धान घोटाले की जांच के लिए पुलिस ने विशेष जांच टीम (एसआईटी) बना दी है। इस एसआईटी का नेतृत्व डीएसपी रजत गुलिया कर रहे हैं। इसके अलावा सीआईए-वन के इंचार्ज राजकुमार और संबंधित थाना के एसएचओ भी इस टीम में शामिल हैं। अब यह टीम ही तय करेगी कि इस घोटाले की गुत्थी कितने दिन में सुलझती है।
घोटाला कैसे पकड़ा गया
जानकारी के मुताबिक, 13 नवंबर को प्रतापनगर स्थित राइस मिलों में एक बड़ा धान घोटाला पकड़ा गया था। इसके पहले 11 नवंबर की रात को रणजीतपुर मंडी में 12 से ज्यादा ट्रकों में धान लाया गया था, जो अगले दिन मंडी में बेचा जाना था। परंतु, प्रतापनगर की चार राइस मिलों में करोड़ों रुपये के धान के पकड़े जाने के बाद रणजीतपुर मंडी में धान की बोली नहीं हो सकी। इस घोटाले की फिजिकल जांच अब पुलिस की निगरानी में की जाएगी।
धान की हजारों बोरियां मंडी में तिरपाल के नीचे रखी हैं
बताया जा रहा है कि ये धान मिलर संदीप सिंगला का था जो अभी फरार है। धान घोटाले के बाद संदीप सिंगला पकड़ से बाहर है, इसलिए इस धान पर कोई भी सामने आकर अपना हक नहीं जता रहा है। इसी कारण पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम गठित की है।
भारतीय किसान यूनियन ने जताई चिंता
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष संजू दिपाना ने इसे बड़ा घोटाला बताया है और कहा है कि इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों को सजा मिल सके। उन्होंने कहा कि किसानों के हित में यह कदम जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
एसपी कमलदीप गोयल का बयान
एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि धान की जांच पुलिस की मौजूदगी में ही होगी और जो भी इसमें शामिल होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि पुलिस पूरी पारदर्शिता से इस मामले की जांच करेगी ताकि सच्चाई सामने आ सके।

















