Haryana: शिक्षा विभाग की अनदेशी व प्रशासन की मिली भगत के चलते हरियााणा के (Mahendergarh Crime) महेद्रगढ जिलें में स्कूल बस के हादसे में 8 बच्चो की जान चली गई। इन हादसे के लिए जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग व स्कूल प्रबंधन जिम्मेदार है।
कार्रवाई की मांग को लेकर रेवाडी के एडवोकेट कैलाश चंद ने निदेशक सैकण्डरी शिक्षा विभाग पंचकुला हरियाणा, निदेशक मौलिक शिक्षा विभाग पंचकुला हरियाणा, डी०जी० पुलिस विभाग, पंचकुला व आई०जी०पी० ट्राफिक विभाग हरियाणा (Haryana) का मेल भेजी है।
भेजी गई शिकायत में बताया कि हरियाणा प्रदेश के निजी स्कूलो में पढने वाले बच्चो को स्कूल लाने और वापिस छोडने हेतु निजी स्कूलो ने स्कूल वाहन लगाए हुए है.। इन सभी बसो/वाहनो का निरिक्षण व नियमो से सम्बधित दस्तावेज पुरे किये बिना स्कुल बसो/वाहनो को सडक पर नही चलाया जा सकता है।
परन्तु हरियाणा प्रदेश (haryana Accident) के ज्यादातर स्कूलों कि बसे / स्कूल वाहन नियमो कि धज्जियों उडाते हुए, बेखोफ होकर बच्चो को बसो वाहनो में बैठाकर धडल्ले से सडको पर दोड़ा रहे है।
ज्यादातर वाहनो का ना तो फिटनेस सर्टिफिकेट है, ना ही पोलुशन सर्टिफिकेट है, गाडी का बिमा ना ही चालक लाईसेंस होता है। राज्य सरकार द्वारा निर्धारित स्कूल वाहन सुरक्षा नियमो कि किसी भी प्रकार से पालना नही कि जा रही खानापूर्ति के लिए घटना के बाद कुछ दिन अधिकारीयो द्वारा कुछ स्कुल वाहनो का चालान कर दिया जाता है, उसके उपरान्त फिर उसी क्रम में नियमो कि धज्जिया उडना शुरू हो जाता है।
इसका खामियाजा आमजन के बच्चो को अपनी जॉन से हाथधोकर उठाना पडता है जैसे कि आज ही में जिला महेन्द्रगढ़ कनीना में हुई स्कूल बस दुर्घटना को देखा जा सकता है, कि उस बस के कोई भी दस्तावेज पुरे ना होना बताया गया है और चालक शराब के नशे में था। घटना में काफी बच्चो कि मौत हो गई। इस मौत के लिए शिक्षा विभाग के साथ पुलिस व प्रशासन भी जिमेदार है।
घटना के लिए जिले के ये सभी अधिकारी जिम्मेदार है, स्कूल संचालक, स्कूल प्रिंसिपल, स्कूल वाहन चालक, और साथ साथ इन सभी प्रशासनिक अधिकारीयो के खिलाफ बच्चो कि मौत का जिम्मेदार मानते हुए पुलिस रिपोर्ट दर्ज (haryana Accident)करके सभी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अम्ल में लाई जाए।