नामांकन वापिस लेने को लेकर राजनीति का बडा खेल, जानिए किस पार्टी का है दबाब
Political News: हरियाणा में विधासभा के चुनाव 5 अक्टूबर को है। सोमवार को नामांकन वापिए लिये जा रहे। जिला रेवाड़ी की होट सीट बनी बावल से एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत बावल से जेजेपी प्रत्याशी पूर्व विधायक रामेश्वर दयाल ने अपना नाम वापस ले लिया।Political News
जमकर हुई हाथापाई: कुछ लोग इसे राजनीति गेम बता रहे हैं। पूव विधायका का आरोप है कि नाम वापस लेते हुए जेजेपी के पदाधिकारियों उसके साथ हाथापाई की। हालाकि मौजूद पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव करते पूर्व विधायक को घर पहुंचाया। हाथापाई के चलते रामेश्वर दयाल की तबियत बिगड़ गई।Political News
दबाब के चलते लिया नामांकन लिया वापस
पूरे हरियाण ये चर्चाए जोरो पर है कि एक पार्टी के इशारे पर पूर्व विधायक ने नामांकन वापिस लिया है। बताया जा रहा है कि वह जजपा पार्टी को छोडकर दूसरी पार्टी में शामिल होने जा रहे है।
रामेश्वर दयाल के बेटे गोविंद ने बताया कि इस समय उनके पिता की तबियत खराब है। कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की है। अभी वह आराम कर रहे हैं। दो दिन बाद समर्थकों की बैठक बुलाकर ही आगामी रणनीति का खुलासा किया जाएगा।
चुनाव मैदान से हटने पर हुआ ड्रामा
रामेश्वर दयाल को जेजेपी ने बावल हलके से अपना प्रत्याशी बनाया था। वह चुनाव मैदान से हटने के लिए एसडीएम ऑफिस पर्चा वापस लेने के सोमवार को पहुंचे। उनका आरोप है पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का उन्हें कोई साथ नहीं मिला। वर्करों की उपेक्षा से परेशान होकर अपना नाम वापस लेने का निर्णय लिया।
2022 मे छोडी थी कांग्रेस
पूर्व विधायक रामेश्वर दयाल ने 2022 कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। पूर्व विधायक ने पार्टी छोड़ने के पीछे घरेलु कारण बताया है। वह पिछले करीब पांच वर्षों से पार्टी से जुड़े हुए थे। पूर्व विधायक रामपुरा हाउस के खासमखास माने जाते हैं तथा अकसर कार्यक्रमों में उन्हें राव अजीत सिंह व राव अर्जुन सिंह के साथ ही देखा जाता था।
इनेलो की टिकट पर बनें थे बावल से विधायक
बता दे कि पहले रामेश्वर दयाल रोडवेज में बतोर कंडेक्टर पद पर कार्यरत थे। इनेलो की टिकट वे बावल से विधायक बने थे। रामपुर हाउस के आशीर्वाद से पहले विधायक बने तथा उसके इशारे पर ही वे कांग्रेस में आए। फिर कांग्रेस छोडी ओर अब जजपा छोडने की तैयारी है।