Tiger Location: राजस्थान के सरिस्का जंगल से भटककर आया एसटी 2303 हरियाणा के बावल के झाबुआ में पहुंच गया है। अब एक बार हरियाणा के लोगो के लिए यह टाइगर भय बना हुआ है। इससे पहले भी करीब 8 माह पहले राजस्थान का टाइगर हरियाणा के धारूहेड़ा में कई दिनो तक सरसों के खतों में रहा था।
बता दे कि 15 अगस्त से एसटी 2303 रसिस्का से भटकता हुआ अलवर मुंडावर के गांव दरबारपुर आ गया था। वहा एक ही दिन में एक साथ 5 लोगो पर हमला किया तथा वह दरबारपुर के कपास के खेतों में ही छिपा रहा।Tiger Location
कई दिनों से इलाके के लोग बाघ की वजह से दहशत में थे। इस बार बावल के झाबुआ में हरियाणा-राजस्थान सीमा पर टाइगर के पैरों के निशान मिले हैं। वन विभाग का कहना है टाईगर अब हरियाणा में आ चुका हैं ओर दोबारा रेवाड़ी की ओर आने की आंशका जताई जा रही है।Tiger Location
बावल के लोगों में दहशत
बावल के लोगों ने बताया रात को टाइगर की दहाड़ भी सुनी थी। बाघ की तलाश के लिए हाला कि वन विभाग की टीम को अभी तक टाइगर नहीं मिला है।
बाघ के पैरों के निशान मिले
राजस्थान वन टीम का कहना है बाघ पहले स्थान यानि हरियाणा की ओर बढ़ रहा है। राजस्थान वन टीम उसका पीछा कर रही है। आज राजस्थान-हरियाणा सीमा पर रेवाड़ी के झाबुआ गांव के जंगलों में बाघ के पैरों के निशान मिले हैं। वन विभाग की टीम आज यहां पर अभियान चलाएगी ताकि उसे पकडा जा सके।Tiger Location