Haryana: नूंह की कारगार में दो कैदियो ने आत्महत्या कर ली। अचानक हुए हादसे से जेल प्रबधंन की नीदं उड गई है। दोनों आरोपियों के खिलाफ पिनगवां थाने में किशोरियों को भगाने और दुष्कर्म के आरो में अलग अलग मामले दर्ज थे।
पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी नूंह में रखवा दिया है। कारगार में आत्महत्या के मामले की सूचना पूरे हरियाणा में आग की तरह फैल गई है।
बता दे कि वकील पुत्र राजपाल (23) गांव रणसीका हथीन, 30 जून से जिला कारागार नूंह में बंद है। इस पर पाक्सो एक्ट की धाराओं के तहत पिनगवां थाने में मामला दर्ज किया गया था। दूसरे बंदी का नाम नारायण पुत्र सुमोता (22) वर्ष गांव खलीलपुर है । वह भी किशोरी के साथ दुष्कर्म के मामले में नामजद था। दोनो की नूंह कारगार के बदं थें
बाथरूम की आत्महत्या: जिला जेल प्रशासन ने दोनों बंदियों को एक ही बैरिक में रखा हुआ था। जेल अधीक्षक विमला देवी के अनुसार दोनों बंदी गिरफ्तारी की वजह से मानसिक रूप से परेशान थे। जिसके चलते दोनों ने बैरक के बाथरूम में आत्महत्या कर ली। मामले की जांच की जा रही है।