पेपर लीक का गढ बना HARYANA , जानिए प्रदेश में कब-कब हुए PAPER LEAK

PAPER LEAK

काग्रेस से हुई थी शुरूआत, भाजप ने बेखूबी से निभाई, काननू का कोई डर नहीं
PAPER LEAK: पेपर लीक करने वालो पर कार्रवाई के लिए कानून भी बनाया गया, लेकिन पेपर लीक रूका नहीं। अजीब बताय है पिछले 10 सालो में पेपर लीक करवाने वाले गिरोह ने 9 बार हरियाणा की कर्मभूर्मि से ही पेपर लिक करवाया है।

कांग्रेस से शुरू, भाजपा भी नहीं रोक पाई

सबसे पहले पेपर लीक का मामला 2015 में हाई लाईट हुआ था। उस समय हरियाण सुर्खियों में आ गया था। उस समय लोग कह रहे थे कांग्रेस की लापरवाही है। उस समय 3 मई 2015 को रोहतक में एआइपीएमटी की प्रवेश परीक्षा का पेपर लीक हुआ। आरोपितों ने 15 से 30 लाख रुपये में आंसर-की परीक्षार्थियों को बेची थी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा को रद कर दिया था।

नहीं हुआ कोई सुधार: बताया जा रहा है उसके हरियाण में दो योजना भाजपा ने राज किया है। लेकिन कांग्रेस की ओर शुरू की गई रीत आज भी जारी है। यानि उसके बाद दस साल में 7 बार पेपर लीक हो चुके है। शायद ही इसका किसी के पास हो।

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फिर लगा हरियाणा को दाग: यूजीसी-नेट पेपर लीक और नीट-2024 में गड़बड़ी का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। इंडियन मेडिकल कालेज में एडमिशन के लिए राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) को लेकर हरियाणा फिर चर्चा में आ गया है। पिछले कई पेपर लीक का दाग अभी पूरी तरह से मिटा नहीं था कि एक नया दाग हरियाणा से जुड़ गया है।

अब तो सरकार, शिक्षाविद् और अभ्यर्थी यही चाह रहे हैं कि बस अब कोई भी दाग प्रदेश पर न लगे। पेपर लीक का दंश प्रदेश इससे पहले कई बार झेल चुका है। पेपर लीक कराने वाला गिरोह हर सुरक्षा चक्र को तोड़कर लाखों अभ्यर्थियों के अरमानों पर पानी फेर रहे।

जानिए कब कब लगा हरियाणा को दाग

  • 3 मई 2015 को रोहतक में एआइपीएमटी की प्रवेश परीक्षा का पेपर लीक हुआ। आरोपितों ने 15 से 30 लाख रुपये में आंसर-की परीक्षार्थियों को बेची थी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा को रद कर दिया था।
  • 2018 में लखनऊ में इलाहाबाद हाई कोर्ट के असिस्टेंट रिव्यू आफिसर की भर्ती परीक्षा लीक करने के आरोपित भी हरियाणा के निकले।
  • 2019 में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की क्लर्क भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ।
  • 2019 में दिल्ली कोर्ट में भर्ती और केंद्रीय विद्यालय की प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा लीक होने के तार हरियाणा से जुड़े।

 

 

 

 

  • ग्राम सचिव की भर्ती के लिए 11 जनवरी 2021 को आयोजित परीक्षा का पेपर रोहतक में लीक हुआ। परीक्षा रद करनी पड़ी।
  • कांस्टेबल की भर्ती के लिए 7 और 8 अगस्त 2021 को होने वाली परीक्षा पेपर लीक होने के कारण रद करनी पड़ी।
  • नवंबर 2021 में असिस्टेंट लाइनमैन (एएलएम) की भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थी की जगह दूसरों को परीक्षा दिलाकर पास कराने वाला गिरोह पकड़ा।
  • वेटनरी सर्जन के 383 पदों के लिए 15 जनवरी 2023 को पेपर लीक हुआ।
  • टीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर) की 16 फरवरी 2023 को आयोजित आनलाइन परीक्षा का पेपर पानीपत में लीक हो गया।
  • यूजीसी-नेट -2024 का पेपर हरियाण के बहादुर गढ से हुआ ।

राष्ट्रपति ने 12 फरवरी को कानून को मंजूरी

पब्लिक एग्जामिनेशन (प्रिवेंशन ऑफ अनफेयर मीन्स) एक्ट, इसी साल 6 फरवरी को लोकसभा और 9 फरवरी को राज्यसभा से पारित हुआ था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 12 फरवरी को बिल को मंजूरी देकर इसे कानून में बदल दिया।

इस कानून में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC), कर्मचारी चयन आयोग (SSC), रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB), बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (IBPS) और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की परीक्षाएं शामिल होंगी। केंद्र के सभी मंत्रालयों, विभागों की भर्ती परीक्षाएं भी इस कानून के दायरे में होंगी। इसके तहत सभी अपराध संज्ञेय और गैर-जमानती होंगे

इतने साल के लिए एग्जाम सेंटर सस्पेंड होगा
एंटी-पेपर लीक कानून के तहत, अगर किसी गड़बड़ी में एग्‍जाम सेंटर की भूमिका पाई जाती है तो उस सेंटर को 4 साल तक के लिए सस्‍पेंड किया जा सकता है।

यानी उस सेंटर को अगले 4 साल तक के लिए कोई भी सरकारी एग्जाम कराने का अधिकार नहीं होगा। किसी संस्थान की संपत्ति कुर्क करने और जब्त करने का भी प्रावधान है और उससे परीक्षा की लागत भी वसूली जाएगी