धारूहेडा ब्लॉक में 12 टीम उतरी मैदान में, पहले दिन गांव में करवाई जाती है मुनादी
धारूहेडा: धारूहेडा ब्लॉक में पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग की ओर से 49 हजार 300 पशुओं को मुंहखुर व गलघोंटू रोगों से बचाव का टीका लगाया जाना है। धारूहेडा के अधीन आने वाले गांवो में पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग की 12 टीमें पशुपालकों के घर-घर जाकर उनके पशुओं का टीकाकरण कर रही हैं और इसके साथ ही लोगों को टीका लगाने के प्रति चिकित्सक जागरूक भी कर रहे हैं।
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कहा कहां है पशुपालन केंद्र: धारूहेडा ब्लॉक में धारूहेडा, निखरी, सुनारिया, संगवाडी, काठूवास, डूंगरवास पशु अस्पताल है तथा इसके अधीन 52 गांव आते है। इस गांवो धारूहेडा व संगवाडी में सबसे जयादा पशु है। वही पूर ब्लॉक में पिछले साल गणना के अनुसार करीब 49 300 पशु है। फरवरी से अभियान जारी है तथा फरवरी तक पूरा करे का लक्ष्य तय किया गया है।टीम अभी तक करीब 9 हजार छोटे व बड़े पशुओं को टीका लगा भी चुकी हैं।यूरो ग्रुप का स्कूल में छात्रवृति कार्यक्रम का आयोजन
25 फरवरी पूरा होगा अभियान: डा धर्मपाल पूनिया ने बताया कि अभियान को इसी माह के अंत तक पूरा किया जाएगा, ताकि इन रोगों से पशुओं को जल्द बचाया जा सके। हरियाणा सरकार की ओर से मुंहखुर व गलघोंटू रोगों की दवाईयों में बदलाव किया गया था, जिसके बाद से विभाग की ओर से दोनों बीमारियों यानी मुंहखुर व गलघोंटू का टीकाकरण एक साथ ही किया जा रहा है। इन दोनों बीमारियों के लिए चिकित्सकों की ओर से एक ही डोज दी जाती है, जिसमें दोनों दवाइयां शामिल होती हैं।
डा राजेश महलावत ने बताया कि जिन पशुओं की उम्र 4 से 8 माह के बीच में है, उन्हें स्पेशल बूस्टर डोज भी दी जा रही है। चिकित्सकों के मुताबिक, इन रोगों से छोटे पशुओं पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है, इसलिए छोटे पशुओं को टीकाकरण के 1 महीने बाद टीकाकरण टीम की ओर से बूस्टर डोज दी जाएगी।
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बीमारी का लक्ष्ण: पशुओं में मुंहखुर बीमारी होने से दूध सूख जाता है। इस बीमारी के कारण पशु के मुंह और खुरों में छाले पड़ना, खुरों में घाव एवं कीड़े पड़ना, बार-बार बुखार आना, दर्द होना, जीभ, मसूड़ों, होठों पर छाले निकलना, खाने-पीने में परेशानी आना तथा मुंह से लगातार लार निकलने के साथ लंगड़ाना भी लक्षणों में शामिल हैं।
तिथि गांव
06 फरवरी गुर्जर घटाल
07 फरवरी गढी महेश्वरी
08 फरवरी आकेडा व कापडीवास
09 फरवरी भटसाणा
11 फरवरी नंदरामपुर बा
12 फरवरी ततारपुर खालास
13 फरवरी अलावलपुर
14 फरवरी धारूहेडा
टीकाकरण करने के बाद कुछ समय तक पशुओं को बुखार रहेगा, लेकिन उससे पशुपालक घबराएं नहीं, यह कुछ समय बाद अपने आप सही हो जाएगा। फरवरी तक अभियान पूरा कर लिया जाएगा। टीमें लगी हुई है।
– नसीब सिंह, डिप्टी डायरेक्टर पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग रेवाड़ी।