धारूहेडा: अलवर के सरिस्का से हरियाणा के रेवाड़ी जिले में घुसे बाघ को पकड़ने के लिए शनिवार को दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। अलवर फोरेस्ट विभाग की टीम बाघ की तलाश में लगी हुई हैं। शनिवार सुबह सुबह धारूहेडा में देखा गया है। वन विभाग की टीमों ने ड्रोन के जरिए ट्रैकिंग शुरू कर दी है।खुशखबरी! दिल्ली-अमृतसर रेल मार्ग पर दौड़ेगी बुलेट ट्रेन, जानिए कहां कहां बनेगे स्टेशन
टाइगर को फंसाने के लिए पास के खेतों में एक पिंजरा और भैंस का कटड़ा बांधा गया है। कटड़े की आवाज का सायरन भी बजाया जा रहा है। ताकि उसकी सुन कर बाघ उसे खाने के लिए सरसों के खेतों से बाहर निकल सके। फिर उसे पकड़ कर पिंजरे में डाला जा सकेगा।
धारूहेडा में घूम रहा टाइगर: टाइगर पिछले 24 घंटे में धारूहेडा साहबी बेराज के आस पास ही धुूम रहा है। सरसों के चलते जीपीआरएस से उनकी ट्रेकिंग नहीं हो पा रही है। सुरक्षा की लिहास से अब ड्रोन से ट्रेंकिंग की जा रही है। टाईगर के आने से भटसाणा, ततारपुरखालसा, निखरी, ख्जिरी व खरखडा के लोगो मे भ्य बना हुआ है।
144 धारा हो सकती लागू: रेवाड़ी वन विभाग की तरफ से डीसी राहुल हुड्डा को एक पत्र लिखकर इलाके में धारा 144 लगाने का आग्रह भी किया गया। इस पर डीसी ने कहा कि फिलहाल धारा 144 लागू कर भीड़ नियंत्रण करने की स्थिति नहीं है। अगर जरूरत पड़ी तो धारा 144 भी लागू करेंगे।
डीसी ने जारी किया अलर्ट
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दूसरे दिन ट्रेकिंग जारी: शुक्रवार सुबह पहली बार बाघ की मूवमेंट रेवाड़ी के गांव भटसाना व निखरी के पास मिली थी। इसके बाद ततारपुर खालसा और फिर खरखड़ा के आसपास देखी गई। अलवर वन विभाग व रेवाडी की स्पेशल टीमें पिछले 24 घंटे से तीन गांवों में बाघ को रेस्क्यू करने में लगी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि बाघ सरसों के खेत में छुपा हुआ हैं।CM योगी ने किया खुलासा, राम मंदिर निर्माण में सरकार ने कितना चंदा दिया ?
अधिकारी के अनुसार
रात करीब 11 बजे किशनगढ़ रेंज के आरओ ललित कुमार ने गांव भटसाना में बाघ के घुसने की सूचना दी। वन विमान की टीमें निकल चुकी हैं। जल्द ही बाघ को रेस्क्यू कर लिया जाएगा। -संदीप कुमार, रेंज अधिकारी, वन विभाग