हरियाणा: जगह जगह जागरूकता कार्यक्रम, भूण हत्या करवाने गिरोह के पकडवाने के मोटा ईनाम के बावजूद हरियााणा मे 14 शहरों के लिंगानुपात में कमी दर्ज की गई है। 2022 में 917 था। हालांकि 2021 में यह आंकड़ा 914 था। वहीं 2023 में प्रति एक हजार लड़कों पर 916 लड़कियों का जन्म दर्ज किया गया है। गृह मंत्री के शहर अंबाला में 15 अंक घटा है।Rewari: खरखडा कालेज में दीक्षांत समारोह 20 को, IGU के कुलपति होंगें मुख्य अतिथि
इस शहर में सबसे ज्यादा गिरावट
2023 में जिन शहरों के लिंगानुपात में गिरावट दर्ज की गई है, उनमें फतेहाबाद, नूंह, सिरसा, यमुनानगर, जींद, कैथल, पानीपत, अंबाला, चरखी दादरी, सोनीपत, महेंद्रगढ़, रोहतक, करनाल और भिवानी शामिल हैं। वहीं, गुरुग्राम, पलवल, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद, पंचकूला, हिसार, रेवाड़ी और झज्जर में वृद्धि दर्ज की गई है।
लिंगानुपात के मामले में हरियाणा काफी बदनाम रहा है। 2015 में हरियाणा में एक हजार लड़कों पर 876 लड़कियों ने जन्म लिया था। हालांकि इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की।
टॉप 5 शहर जिसका 900 से कम लिंगानुपात
पिछले साल प्रदेश में कुल 5,50,465 बच्चों ने जन्म लिया। इनमें 2,87,336 लड़के और 2,63,129 लड़कियां शामिल थीं। एसआरबी के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में सबसे ज्यादा गिरावट वाले पांच ऐसे शहर हैं, जिनका लिंगानुपात 900 से नीचे दर्ज किया गया है। इनमें सबसे खराब स्थिति रोहतक की है। 2022 में रोहतक का लिंगानुपात 936 था, जो 2023 में घटकर 883 रह गया। 53 प्वाइंट की गिरावट है।
इन पांच जिलों में बढा लिगांनुपात
लिंगानुपात बढ़ने के मामलों में पांच शहरों में पलवल, पंचकूला, फतेहाबाद, नूंह और गुरुग्राम शामिल हैं। पलवल में 2022 में लिंगानुपात 946 दर्ज किया गया, जो 2022 में 922 था। पंचकूला में लिंगानुपात 938 से 942, फतेहाबाद में 934, नूंह में 932 और गुरुग्राम 928 दर्ज किया गया है।Rewari: करोडो रूपए जमीन दी, नही मिल रही सब्सिडी, न ही 24 ध्ंटे बिजली, अब सीएम के दरबार पहुंचा मामला
पूरे राज्य में जन जागरूकता अभियान और लड़कियों के लिए कई सारी स्कीम शुरू की गई। उसके बाद हरियाणा में लिंगानुपात में वृद्धि दर्ज की गई। 2019 में 923 और 2020 में 922 रिकॉर्ड किया गया।
मगर पुराने आंकड़ों को देखे तो 2019 में 923 पहुंच गया था। राष्ट्रीय स्तर की तुलना में भी हरियाणा का लिंगानुपात काफी पीछे है। राष्ट्रीय औसत 933 है। कम होते लिंगानुपात पर सरकार गंभीर है। सरकार की ओर से सभी उपायुक्तों को निगरानी बढ़ाने और नजर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
ग़ृह मंत्री के शहर मे इतना गिरा
महेंद्रगढ़ का लिंगानुपात 887 दर्ज किया गया, जो एक साल पहले 907 पर था। सोनीपत का लिंगानुपात 2022 में 894 था, जो 2023 में 898 रिकॉर्ड हुआ। वहीं, अंबाला में 15 प्वाइंट की गिरावट के साथ 919 रिकॉर्ड हुआ।