Murgi Farming, Best24News: केंद्र के साथ साथ राज्य सरकार भी लोगो को अपने खुद के बिज़नेस के लिए लोन की सुविधा एवं ट्रेनिंग दे रही है। तो बैंक भी इसमें पीछे नहीं है। पोल्ट्री फार्मिंग में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की तरफ से लोन की सुविधा दी जा रही है। तो जो लोग पोल्ट्री फार्मिंग के इच्छुक है वो लोन की मदद से खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते है।Haryana: कोसली को विधायक लक्ष्मण यादव ने दी बडी सौगात
मुर्गी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जिससे काफी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। इस बिजनेस के लिए सरकार भी सहायता प्रदान करती है। इसके लिए सरकार की ओर से सब्सिडी का लाभ भी प्रदान किया जाता है। इतना ही नहीं आप इस मुर्गी फार्मिंग के व्यवसाय को खोलने या उसे बढ़ाने के लिए बैंक से ऋण प्राप्त कर सकते हैं।
बैंक और सरकार ने लोगो को आगे बढ़ाने और अपने खुद के व्यवसाय स्थापित करने के लिए काफी सारी सुविधाएं दे रखी है। सस्ते ब्याज में लोन की सुविधा दी जा रही है। अलग अलग योजनाओ के तहत ट्रेनिंग की सुविधा दी जा रही है।
कितना लोन मिलेगा
SBI की तरफ से लोन की सुविधा अलग अलग व्यवसाय की लिए दी जाती है यदि आप स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की तरफ से पोल्ट्री फार्मिंग के लिए लोन लेना चाहते है तो अधिकतम 9 लाख रु तक का लोन आपको मिल सकता है।
पोल्ट्री फार्मिंग के लिए यदि 9 हजार मुर्गियों का स्टॉक डाला है तो 3 लाख रु तक का लोन पीएम मुद्रा योजना के तहत SBI की तरफ से आपको मिल सकता है लोन की चुकता अवधि भी 3 से 5 साल तक की होती है और इसमें ब्याज 10.75 प्रतिशत की दर से ब्याज भी लगता है। SBI लगत पर 75 प्रतिशत का लोन की सुविधा दी जताई है यदि 2 लाख का प्रोजेक्ट है तो आपको 50 हजार खर्चा करना होगा और डेढ़ लाख रु तक का लोन मिल सकता है।सावधान! हरियाणा के इस शहर में लगाई धारा 144, पालना नहीं तो जाना पड सकता है जेल
जानिए कैसे मिलेगा लोन
लोन लेने के लिए नजदीकी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में जाकर लोन विभाग में इसकी जानकारी ली जा सकती है। बैंक लोन अधिकारी को लोन क्यों लेना है। दस्तावेज आदि दिखाकर पूरा प्लान बताना होगा इसके बाद ही लोन की सुविधा आपको मिल सकती है।
बैंक को आपके प्रोजेक्ट के बारे में पूर्ण जानकारी देनी होगी यदि बैंक को लगता है आपको लोन देना चाहिए तो आपका लोन पास कर दिया जाता है।
मुर्गी पालन पर कितनी मिलेगी सब्सिडी (Subsidy on Poultry Farming)
मुर्गी पालन के लिए सरकार की ओर से सामान्य वर्ग को 25 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। वहीं अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग को 33 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है। यह सब्सिडी आप द्वारा बैंक से लिए गए लोन के ब्याज में दी जाती है।