कई बार हो चुके है झगडे: गृह प्रवेश, बेटा व बेटी के जन्म पर किन्नर गांव में पहुंच जाते है। हमारे गांव में पिछले दो साल में चार पांच बार विवाद हो चुका है। इसी विवाद को खत्म करने के लिए किन्नरो के लिए राशि निर्धारित करनी पडी। मैना देवी, सरपंच राजपुरा आलमगिरपुर
हरियाणा के रेवाडी के इस गांव में किन्नर नहीं ले सकेगें मन मर्जी से शगुन राशि, जानिए क्यों ?
पिछले दो साल मे हो चुकी तीन बार झगडे, बैठक आयोजित कर लिया फैसला
धारूहेड़ा: किन्नरों की शगुन राशि को लेकर शहर ही नहीं गांवोंं में बडे विवाद होते रहते है। कई मामले तो थाने तक भी पहुंंच चुके है। रेवाडी में इसी शगुन राशि व एरिया को लेकर जमकर विवाद हुआ था। दो ग्रुपों में इस कदर विवाद हुआ कि पुलिस को मामला दर्ज कर गिरफतारी करनी पडी थी। विवाद इतना लंबा चला कि दोनो पक्षों की ओर से मामला दर्ज होने पर ही शांत हुआ।Haryana News: विदेशों में नौकरी पाने का सुनहरा मौका, हरियाण सरकार ने निकाली 13294 पदों के लिए भर्तियां, जानिए योगयता एवं शर्ते
गांवो में होने लगे विवाद: शहरो की तर्ज पर ये विवाद आजकल गांवो में होने लगे है। गांवो में शगुन राशि कम मिलने पर से विवाद गहरा जाता है। गांव राजपुरा आलमगिरपुर में सरपंच मैना देवी की अगुवाई ग्राम पंचायत की बैठक आयोजित की गई। बैठक गांव में किन्नरों की शगुन राशि निर्धारित कर दी है। अब शादी व पुत्र जन्म पर किन्नरों को शगुन के तौर पर 1100 रुपए की राशि ही दी जाएगी।
सरपंच मैना देवी ने बताया कि गांव में आयोजित सभा के दौरान ग्रामीणों ने बताया की बहुत से किन्नर गांव में विवाह, पुत्र जन्म सहित अन्य शुभ कार्यों पर गरीब लोगों से भी भारी-भरकम शगुन देने की मांग करते हैं। अगर कोई किन्नर वर्ग किसी के घर में जाकर ज्यादा राशि की मांग करता है तो उसकी सूचना मिलने पर पंचायत पुलिस की मदद से कार्रवाई करेगी।
पंचायतों मे भेजी अपील: मैना देवी ने इस नियम को अपने गांव की नही दूसरे गांवों के सरपंचो को भी शगुन राशि निर्धारित करने की अपील की है। खुशी पूवर्क होने वाने कार्यक्रमों में कई बार यही शगुन राशि बडा नहीं इसके लिए हर पंचायत को यह कदम उठाना ही पडेगा। सरपंच ने बीडीपीओ कविता व ब्लॉक चेयरमैन दलबीर व सरपंच एसोसिएशन के प्रधान कार्तिक से इसे पूरे ब्लॉक में लागू करवाने की अपील की है।Rewari: धारूहेड़ा में अवैध शराब से भरी कार पकडी, दोनों तस्कर फरार
नियम तोडने वालों पर होगी कार्रवाई: अगर किसी ने अधिक रुपए दिए तो पंचायत निर्धारित राशि का दोगुना जुर्माना भी वसूल करेगी। जुर्माने के तौर पर वसूली जाने वाली राशि को पंचायत मंदिर में दान करेगी। ग्राम सभा में पारित प्रस्ताव को बीडीपीओ के माध्यम से एसडीएम रेवाड़ी व थाना धारूहेड़ा को भी भिजवाया दिया गया है।
इस दौरान ग्राम सचिव मामन, प्रदीप, पवन, शकुन्तला, जनक कुमारी, राजकरन, अशोक, राकेश कुमार, धर्मपाल, सुनील पंच, संजय पंच, रामफल, रमेश आदि मोजूद उपस्थित रहे।
चर्चा में रहा है गांव: बता दे इस गांव में पिछले पंचायत में जिलेंं में सबसे पहले पूरी पंंचायत निविरोध बनाई थी। जिसके चलते यह गांव जिले में चर्चा में रहा है। इस बार इस गांव की सरपं की इस पहल को लेकर सभी पंचायतें में सराहना की जा रही है।