गुरुगाम: गुरुग्राम-सोहना हाईवे पर सुभाष चौक के निकट लगभग 10 फीट हिस्सा अचानक धंस गया। गनीमत यह रही कि रविवार छुट्टी के दिन यातायात का दबाव कम होने के कारण कोई हादसा नहीं हुआ।गर्भ संस्कार बेहतर राष्ट्र निर्माण में सहायक: डा मोहिनी
लापरवाही का हुआ खुलासा: कोई ओवरब्रिज बनाते समय पहले मिटटी के सेंपल लेकर पूरी जांच की जाती है ताकि ओवरब्रिज धंसे नहीं। अभी हाल मे धसी सडक को लेकर बडी लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है आवेरब्रिज पर सउक धसने का कारण ओवरब्रिज को सीवर लाईन पर बनाया हुआ बताया जा रहा है।
बता दें की गुरुग्राम-सोहना हाईवे का निर्माण करीब 2000 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। जिस एलिवेटेड रोड का हिस्सा धंसा है। उस एलिवेटेड रोड के निर्माण का बजट करीब 700 करोड़ रुपये बताया जा रहा है।
क्यों धंसी सडक: ओरिएंटल इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारियों ने बताया कि इस हाईवे के नीचे से मेन सीवर लाइन जा रही है। सीवर लाइन की दीवार टूटने की वजह से हाईवे के नीचे की मिट्टी बह गई। उसकी वजह से हाईवे धंसा है। इस बारे में एनएचएआइ के परियोजना निदेशक योगेश तिलक का कहना है कि हाईवे के नीचे से जीएमडीए की सीवर लाइन गुजर रही है।
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गुरुग्राम-सोहना हाईवे का निर्माण का ठेका दो अलग-अलग हिस्सों में राजीव चौक से बीएसएफ कैंप तक ओरिएंटल इंजिनियर्स प्राइवेट लिमिटेड और उससे आगे सोहना तक एचजी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया गया था। घामड़ोज गांव के पास गुरुग्राम-सोहना हाईवे का टोल बना हुआ है। इस रोड पर अन्य हाईवे के मुकाबले टोल भी सबसे महंगा है।
निर्माण कंपनी ने बैरिकेडिंग कर ट्रैफिक को रोक दिया है। फिलहाल हाईवे के नीचे से गुजर रही मेन सीवर लाइन की दीवार का टूटना कारण बताया जाता है। हालांकि पूरी सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी।
जांच से सामने आएगा कि कहीं निर्माण की गुणवत्ता में कमी तो नहीं। गुरुग्राम-सोहना हाईवे राजीव चौक से शुरू होता है। हाईवे का करीब साढ़े पांच किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड है।