दिल्ली: पतंजलि योगग्राम में पूर्व सैनिकों के समूह के साथ डॉ. टी. सी. राव ने विश्व योग गुरु स्वामी रामदेव जी के सानिध्य में उनके द्वारा अपनी दो पुस्तकों का अनावरण कराने पहुँचे। स्वामी जी ने सभी को मंच पर सम्मानजनक रूप से बुलाया और दोनों पुस्तकों का अनावरण किया।
जिसमें पहली पुस्तक ‘‘विजय मंत्र – सफलता का रोडमैप’’ और दूसरी पुस्तक ‘‘फॉरगॉटन वॉरियर्स – अहीर्स पीसफुल स्ट्रगल फॉर ए रेजिमेंट’’ अर्थात अहीरों का अहीर रेजिमेंट पाने के लिए एक शांतिपूर्ण संघर्ष, इसका पूरा इतिहास, अहीर रेजिमेंट न बनने के कारण और क्यों बननी चाहिए, इन सभी पहलुओं को इस पुस्तक में दर्शाया गया है। स्वामी रामदेव ने दोनों पुस्तकों की सराहना की तथा डॉ. टीसी राव के प्रयासों को भी सराहा।
डॉ. टीसी राव ने बताया कि ‘‘विजय मंत्र’’, पुस्तक एक सफलता का रोडमैप है। यह पुस्तक 6 भागों तथा 152 अध्यायों में विकसित की गई है। इस पुस्तक में डॉ. टीसी राव ने अपने 25 साल के सेना तथा 25 साल समाजसेवा के तजुर्बे को पाठकों के सामने प्रस्तुत किया है। डॉ. टीसी राव ने बताया कि वह 400 से ज्यादा स्कूल/कॉलेज में प्रेरक के रूप में चार लाख से ज्यादा विद्यार्थियों को प्रेरित/कैरियर काउंसिलिंग अभी तक कर चुके है। शिक्षकों, अभिभावकों एवं विद्यार्थियों के साथ बातचीत के दौरान उभरे विषयों एवं समस्याओं का भली-भांति समाधान करने के उपाय दिए हैं।
जीवन की शुरूआत, बच्चा जो मां के गर्भ में है, तब से लेकर उसके पोते-पोतियों तक के सफर में कैसे समाज में रहना है, कैसे सफल बनना है तथा बच्चों को कैसे सफल बनाना है, कैसे संस्कार देने हैं, बच्चे का पालन-पोषण कैसे करना है, बच्चों को आज्ञाकारी कैसे बनाना है, नर्सरी क्लास से कॉलेज की पढ़ाई, बच्चे के देर से बोलने की समस्या, बच्चे में बढ़ रहे चिड़चिड़ेपन को कैसे दूर करना है, जिद्दी बच्चों की देखभाल, बच्चों का कद कैसे बढ़ा सकते हैं, बच्चों में आत्मविश्वास कैसे बढ़ा सकते हैं, बच्चों में देशभक्ति की भावना जगाना, बच्चों में लीडरशिप क्वालिटी डेवलेप करना, अच्छे स्कूल में क्या-क्या होना चाहिए, बच्चों का पढ़ाई में मन लगाना, अंग्रेजी भाषा बोलने में सफलता, स्मृति और एकाग्रता में सुधार करना, पढाई से जी चुराने वाले बच्चों की समस्याओं का समाधान कैसे करना है।
डॉ. राव ने आगे बताया कि बच्चों को मोबाइल से कैसे दूर रखें, सफल छात्र बनने के रास्ते, बच्चों को समय का महत्व समझाना, पढाई के लिए समय-सारिणी बनाना, परीक्षा का तनाव कम करना, लक्ष्य का निर्धारण करना, बच्चों को पढ़ाई और परीक्षा के स्ट्रेस से मुक्ति के तरीके, परीक्षा हॉल में प्रवेश से पहले अपनाई जाने वाली सावधानियां, प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयारी के तरीके, बच्चों में असुरक्षा की भावना दूर करना, कैरियर का चुनाव, 12वीं पास करने के बाद सरकारी नौकरियों के विकल्प, ग्रेजुएशन के बाद सरकारी नौकरी, महिलाओं के लिए सेना में अवसर, अग्निवीर कैसे बन सकते हैं।
इन सभी पहलुओं को भी इस पुस्तक में सम्मिलित किया है। कम्युनिकेशन स्किल को निखारना, बिजनेस शुरू करने के तरीके, बड़ा आदमी कैसे बन सकते हैं, संयुक्त परिवार के फायदे और नुकसान, सफल और असफल व्यक्ति में अंतर, वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाना, बेटी को एक अच्छी पत्नी बनाना, दहेज लेना कानूनी पाप, खुशी की प्राप्ति और खुशी के साथ जीवन जीना, वर्तमान में तलाक के केसों को खत्म करना है।
इन सभी समस्याओं का समाधान विशेषज्ञों द्वारा दिए गए साक्षात्कार, व्याख्यान से लेकर तैयार किया गया है। डॉ. टी.सी. राव ने अपने 50 वर्षों का तजुर्बा इसमें शामिल किया है जिसमें सेना का जीवन, उसके बाद कॉरपोरेट जगत एवं समाज सेवा का जीवन और वो अभी तक 400 से अधिक स्कूलों में जाकर बच्चों को प्रेरित कर चुके हैं, उनको कैरियर काउंसलिंग दे चुके हैं।
लगभग 4 लाख से अधिक युवाओं व विद्यार्थियों से मिल चुके हैं जिसमें चेन्नई से लेकर कश्मीर के स्कूल शामिल हैं। समय-समय निमंत्रण मिलने पर स्कूलों में जाकर बच्चों के लिए पढ़ाई हेतु सामान भी वितरित करते रहते हैं। खासकर गरीब बच्चों की शिक्षा में विशेष योगदान देते हैं।़ इन सभी बातों का इस पुस्तक में वर्णन किया गया है और यदि हम इस पुस्तक को अपने घर में रखेंगे तो यह एक गीता के रूप में साबित होगी।
हम अपनी हर समस्याओं का हल इस पुस्तक द्वारा कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में ग्रामीण उत्थान – भारत निर्माण की टीम के साथ कर्नल सुनील यादव, जो स्वयं सेना के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी भी हैं, सुरेन्द्र यादव, अशोक यादव, सतेंद्र कुमार, राकेश चौहान तथा दलीप कुमार शामिल थे और सभी ने स्वामी जी का आभार व्यक्त किया और उनका आशीर्वाद लिया।