Diwali Laxhmi Pujan: दिवाली पर कार्तिक अमावस्या के दिन लक्ष्मी पूजन का विधान होता है। इस दिन मां लक्ष्मी के साथ विघ्नहर्ता श्रीगणेश और कुबेर देवता की पूजा होती है।
5 दिनों तक चलने वाले इस पर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है और पांचवें दिन भाईदूज पर इसका समापन होता है। आज दीपोत्सव का महापर्व दिवाली का त्योहार पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।SSC Delhi Police: दिल्ली पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा 14 नवंबर से, यहां जाने एग्जाम पैटर्न और सिलेबस
दीपावली के शुभ अवसर पर सभी को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं! pic.twitter.com/i2T8lPdKm9
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 12, 2023
पौराणिक मान्यता है कि कार्तिक अमावस्या की रात को मां लक्ष्मी वैकुंठ धाम से पृथ्वीलोक भ्रमण पर आती हैं और घर-घर जाकर यह देखती हैं कि किसका घर साफ और सुंदर है।
निशीथ काल का शुभ पूजा मुहूर्त
दिवाली का रात को महालक्ष्मी पूजा के लिए यह निशीथ काल मुहूर्त भी अच्छा माना जाता है। निशीथ काल का मुहूर्त 11:39 बजे से रात्रि 12:30 बजे तक रहेगा। जिसकी अवधि लगभग 52 मिनट की होगी।
प्रदोष काल का मुहूर्त
प्रदोष काल 12 नवंबर 2023- सायंकाल 05:11 से 07:39 बजे तक
वृषभ काल (स्थिर लग्न) – सायंकाल 05:22 बजे से 07:19 बजे तक
देश के अपने सभी परिवारजनों को दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं।
Wishing everyone a Happy Diwali! May this special festival bring joy, prosperity and wonderful health to everyone’s lives.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 12, 2023
दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
इस वर्ष 12 नवंबर को दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा के लिए 2 शुभ मुहूर्त होंगे। पहला शुभ मुहूर्त शाम के समय यानी प्रदोष काल में मिलेगा जबकि दूसरा शुभ मुहूर्त निशिथ काल में होगा।दीवाली पर मातम: हरियाणा के यमुनानगर में जहरीली शराब पीने से 18 की मौत, जिम्मेदार मौन
घर में लक्ष्मी का वास होने पर जीवन में धन-संपदा और सुख-समृद्धि आती है। इस बार दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश की पूजन के लिए 2 शुभ मुहूर्त रहेगा। वैदिक पंचांग की गणना के अनुसार अमावस्या तिथि 12 नवंबर को दोपहर 02:44 बजे से शुरू हो जाएगी जो अगले दिन यानी 13 नवंबर, सोमवार को दोपहर 02:56 बजे खत्म होगी।
सुख-समृद्धि के लिए इन 7 टिप्स से सजाएं घर
1- मुख्य द्वार पर रंगोली
2- दरवाजे पर तोरण द्वार
3- मुख्य द्वार पर स्वास्तिक और शुभ-लाभ के निशान
4- पूजा स्थल पर लक्ष्मी जी की चरण पादुका
5- आम और अशोक के हरे पत्तों या फूलों की बंधनवार बांधना शुभ
6- ईशान कोण में जल से भरा पात्र रखें
7- पूजा में घी या तेल के दीपक
गणेश जी से मिले बुद्धि का वरदान,
लक्ष्मी जी से मिले धन-संपदा का दान।
यही कामना है हमारी, इस दिवाली
पाएं आप सुख-समृद्धि और मान सम्मान।
दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं!