दीवाली: हिन्दू धर्म में दिवाली का त्योहार बेहद महत्वपूर्ण माना गया गया है। यह त्यौहार लगातार पांच दिनों तक मनाया जाता है। इस दिन को लोग हर्ष और उल्लास के साथ मनाते हैं। दीपोत्सव की शुरुआत धनतेरस से होगी और इसका समापन भाई दूज पर होगा।Rewari: खरखडा महाविद्यालय में रंगोली प्रतियोगिता आयोजित
। इस साल दिवाली 12 नवंबर 2023 को मनाई जाएगी। इस शुभ दिन पर लोग समृद्धि, सौभाग्य की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।
लक्ष्मी मंत्र के लाभ
- मंत्रों के जाप से लोगों को भौतिक सुविधाएं प्राप्त होती है।
- जो व्यक्ति दिवाली की रात इन मंत्रों का 108 बार जाप करता है, उसकी मनचाही इच्छा पूरी होती है।
- इन मंत्रों का जाप करके लोग समृद्धि को आकर्षित कर सकते हैं।
देवी लक्ष्मी उन लोगों पर कृपा करती हैं, जो रोजाना उनकी पूजा करते हैं और उनके इन मंत्रों का 108 बार जाप करते हैं।
जो लोग अपने जीवन में आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं उन्हें दिवाली की रात कुशा के आसन पर बैठकर इन मंत्रों का 108 बार जाप करना चाहिए।
जो भक्त अत्यधिक श्रद्धा से इन मंत्रों का जाप करते हैं, उन्हें आर्थिक उन्नति मिलती है।
जिन लोगों को कोई नौकरी नहीं मिल पा रही है, उन्हें मनचाही नौकरी पाने के लिए इन मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए।Haryana: कालेज आई छात्रा प्रेमी संग फरार
दिवाली के दिन धन की स्वामिनी समुद्र मंथन के दौरान क्षीर सागर से प्रकट हुई थीं, इसलिए लोग इस विशेष दिन पर उनकी पूजा करके धन-संपत्ति का सौभाग्य प्राप्त करते हैं। अगर आप मां लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं, तो यहां दिए गए माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप अवश्य करें।
माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के मंत्र
- ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नम
- ऊँ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।
- ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ
- ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:
- या रक्ताम्बुजवासिनी विलासिनी चण्डांशु तेजस्विनी।
- या रक्ता रुधिराम्बरा हरिसखी या श्री मनोल्हादिनी॥
- या रत्नाकरमन्थनात्प्रगटिता विष्णोस्वया गेहिनी।
- सा मां पातु मनोरमा भगवती लक्ष्मीश्च पद्मावती ॥