Chandra Grahan: चंद्रग्रहण का प्रभाव संपूर्ण विश्वपटल पर पड़ेगा। वर्ष का अंतिम चंद्रग्रहण 28 अक्तूबर को पड़ेगा और यह भारत में भी नजर आएगा। ग्रहण के नौ घंटे पहले ही सूतक काल आरंभ हो जाएगा। इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे और धार्मिक गतिविधियां भी नहीं होंगी।Breaking News: Haryana गुप डी का पेपर लीक, 13 लाख युवकों को झटका, गिरोह के दो युवक काबू
Lunar Eclipse in India: विज्ञान के मुताबिक ग्रहण एक खगोलिय घटना है जबकि ज्योतिष में इसे अशुभ घटना माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रहण लगने से कुछ घंटे पहले सूतक लग जाता है, जिसके नियम मानने होते हैं. ग्रहण काल तक इन नियमों का पालन से बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है. जानते हैं कि भारत और मध्य प्रदेश के किन-किन शहरों में ये ग्रहण दिखेगा. इसका समय और सूतक का समय क्या है.
भारत के इन शहरों में नजर आएगा चंद्र ग्रहण
भारत की राजधानी दिल्ली,भोपाल, रायपुर, लखनऊ, नागपुर, कोयंबटूर, नासिक, जोधपुर, प्रयागराज, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद, सूरत, जयपुर, कानपुर, देहरादून और पटना समेत भारत के अन्य हिस्सों में चंद्र ग्रहण दिखेगा।
इन देशों में भी दिखेगा ग्रहण
भारत के अलावा यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका, उत्तर व पूर्व दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर और अंटार्कटिका में चंद्र ग्रहण देखा जा सकेगा।जिला युवा महोत्सव 20 व 21 को, 31 अक्टूबर तक करवाएं पंजीकरण
मंदिर के कपाट रात्रि में सवा दस बजे बंद किए जाएंगे। शाम को माता को फलाहारी मीठे का भोग लगाया जाएगा और इसमें नमक नहीं पड़ेगा। दूसरे दिन सुबह आरती के बाद मंदिर के कपाट खोले जाएंगे।
मिलेगा लाभ
मिथुन, कर्क, सिंह एवं मकर राशि वाले होंगे लाभान्वित। बताया जा रहा है इन राशियो की कुछ खास फायदा होने वाला है।
चंद्र ग्रहण 2023
ज्योतिषों के मुताबिक 28 अक्टूबर को रात 01:05 बजे से ग्रहण लगेगा और रात 02:24 बजे समाप्त होगा. ये ग्रहण मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लगने जा रहा है. यह भारत के कई शहरों में नजर आएगा।हरियाणा के इस शहर में लगेगा थर्मल प्लांट, जानिए कैसे करता है ये काम
चंद्रग्रहण का समय
ग्रहण का स्पर्श रात 1:05 बजे
ग्रहण का मध्य रात्रि 1:44 बजे
ग्रहण का मोक्ष रात्रि 2:24 बजे
ग्रहण का सूतक दोपहर 4:05 बजे
सूतक का समय
चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है. ऐसे में 28 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 5 मिनट से सूतक काल शुरू हो जाएगा. इसी के साथ सूतक के नियम भी लागू हो जाएंगे और मंदिर वगैरह के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
- सूतक काल में न काम नहीं करें
- सूतक काल में पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए.
- आप मंत्रों का जाप कर सकते हैं.
- गर्भवती महिलाएं सूतक काल में कैंची, चाकू, मशीन, सुई आदि किसी भी तरह की नुकीली चीजों के इस्तेमाल न करें.
- इस दौरान अन्न न ग्रहण करें. हालांकि, बुजुर्ग और प्रेगनेंट महिलाओं पर खाने-पीने को लेकर कोई मनाही नहीं होती.