हरियाणा: हरियाणा पर्यटन विभाग के चेयरमैन अरविद यादव ने बताया कि अरावली पहाड़ियों के मनोरम दृश्यों के बीच लगने वाला सूरजकुंड मेला देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनियां में प्रसिद्ध है। ऐसे में पर्यटकों की मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस मेला परिसर में पहली बार दीवाली मेले के आयोजन की सौगात दी है।रेवाड़ी सहित 22 पंचायतें रेडार पर, हरियाणा सरकार ने भेजा नोटिस, जानिए अब आगे क्या होगा
वे डांडिया उत्सव पर रविवार रात को रेवाड़ी में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सीएम मनोहर लाल की घोषणा के बाद साल में दो बार सूरजकुंड मेले का आयोजन करने की तैयारी हरियाणा टूरिजम ने शुरू कर दी है। आयोजन दिवाली मेले के रूप में 3 से 10 नवंबर तक होगा। इस बार स्वदेशी वस्तुओं को ज्यादा बढ़ावा दिया जाएगा।

300 स्वदेशी लगेगी स्टॉल
हरियाणा टूरिजम ने क्राफ्ट स्टॉल, फूड स्टॉल और चौपाल पर होने वाले कार्यक्रमों की लिस्ट फाइनल करनी शुरू कर दी है। केवल 300 स्टॉल ही स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री करने वालों को अलॉट किए जाएंगे।Flipkart big dussehra sale 2023: इन स्मार्टफोन पर मिलेगा बंपर डिस्काउंट, जानिए लेटेस्ट रेट
बड़ी चौपाल में होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
शुरुआत में पहले साल करीब 300 स्टॉल ही तैयार किए जाएंगे. चूंकि, अंतरराष्ट्रीय मेले का फोकस हैंडीक्राफ्ट होता है इसलिए इस मेले को हैंडीक्राफ्ट की बजाए दीवाली के सामान व त्योहार से जुड़ी खरीददारी पर केंद्रित किया जाएगा।

इनकी रहेगी टिकट फ्री
दिवाली उत्सव में सबसे खास बात यह है कि 12 साल से कम उम्र के बच्चों का टिकट नहीं लगेगा. इतना ही नही इस बार पार्किंग फ्री की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगीै इसके अलावा खान-पान के विशेष तौर पर फूड कोर्ट भी सजाएं जाएंगे।वर्ल्ड कप क्रिकेट मैच पर सट्टा लगा रहे छह काबू, 1 लाख 90 हजार
पहली बार लगेगा दिवाली पर मेला
इंटरनैशनल सूरजकुंड क्राफ्ट मेले का आयोजन हर साल फरवरी में आयोजित किया जाता है, जिसमें देश-विदेश के क्राफ्ट्समैन कला का प्रदर्शन करते हैं। इसी साल फरवरी में घोषणा की थी कि अब मेले का आयोजन साल में दो बार होगा। इसी के चलते इस दीपावली पर 3 से 10 नवंबर तक मेले का आयोजन होगा।
















