हरियाणा: हरियाणा के कुरुक्षेत्र वासियो ने दीपाली पर मनोहर लाल ने बडा तोहफा दिया है। जिला वासियों की वर्षो पुरानरी मांग पर पूरी होने वाली है। मनोहर सरकार ने कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर प्रदेश का पहला सिख संग्रहालय और धरोहर केंद्र बनाने की परियोजना को हरी झंडी दे दी है।Cyber crime: शक्ल बदलकर छिपा था नोएडा में, रेवाड़ी पुलिस ने दबोचा, जानिए क्या था मामला
विधायक सुभाष सुधा ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल से सिख समुदाय लंबे समय से संग्रहालय मांग कर रहे थे। इस पावन धरा पर सिखों के पहले गुरु जगतगुरु श्रीगुरुनानक देव महाराज पहली उदासी के दौरान 1558 बैसाख की अमावस्या पर सूर्यग्रहण के समय पहुंचे।
सग्रहालय छठी पातशाही गुरुद्वारा के साथ थीम पार्क में तीन एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा। जमीन को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने हरियाणा पुरातत्व एवं सर्वेक्षण विभाग को हस्तांतरित कर दिया है।
भव्य व सुंदर होगा संग्रहायलय
यह भूमि केडीबी की तरफ से हरियाणा पुरातत्व एवं सर्वेक्षण विभाग को 99 साल के पट्टे पर सौंपी है। स्वामित्व केडीबी के पास ही रहेगा। संग्रहालय में सिख गुरुओं के इतिहास को संजोया जाएगा।
प्रदेश सरकार ने लाखों सिखों की मांग को पूरा करते हुए कुरुक्षेत्र के थीम पार्क में तीन एकड़ भूमि पर भव्य, सुंदर, ऐतिहासिक और यादगार सिख संग्रहालय और धरोहर केन्द्र बनाने की योजना को स्वीकृति दी है।
जानिए क्या है खासियत
सिखों के सातवें गुरु, गुरु हरिराय साहिब 10 मार्च 1656 ई० अमावस्या वाले दिन कुरुक्षेत्र पहुंचे, उसी स्थान जहां पहले गुरु अमरदास ने चरण डाले थे।
इतना नहीं सिखों के तीसरे गुरु, गुरु अमरदास महाराज सन 1560 सूर्य ग्रहण के समय परिवार सहित कुरुक्षेत्र पधारे और छठे गुरु, गुरु हरगोबिंद साहिब सन 1620 मई माह में कुरुक्षेत्र पहुंचे और एक मिट्टी के टीले पर बैठे जहां आज छठी पातशाही का महान स्थान है।