Cyber Crime : बार बार लोगों को अवगत कराया जा रहा है कि गूगल पर हेल्पलाईन के नाम ठगी हो रही है। लेकिन बावजूद लोग ठगी का शिकार हो रहे है। ऐसे ही रेवाड़ी में भी एक युवक ठगी का शिकार हो गया। शातिर ने सहायता का झांसा देकर उसके खाते से एक लाख रूपए निकाल लिए।
जानिए कैसे हुई ठगी
रेवाड़ी जिले के गांव बटोड़ी निवासी विजयपाल ने बताया कि उसने वीवो कंपनी का मोबाइल फोन लिया हुआ है। जिसको भी अपने नंबर से कॉल करता तो सामने वाले रिसीवर को किसी दूसरे का नाम दर्शाता। जिसके चलते उसके द्वारा की जाने वाली कुछ कॉल अटेंड ही नहीं हो पा रही थी।
विजयपाल की माने तो कॉल अटेंड नहीं होने के कारण वह परेशान होने लगा तो उसने खुद के मोबाइल नंबर पर नाम चेंज कराने के लिए वीवो कंपनी के हेल्पलाइन नंबर पर मदद मांगी। वीवो कंपनी की तरफ से बताया गया इसमें ट्रूकॉलर की तरफ से ही हेल्प की जा सकती है।दिल्ली में आयोजित प्रतियोगिता में आयुषि शर्मा ने जीता सिल्वर
गूगल पर किया नंबर सर्च
विजयपाल ने गूगल पर ट्रकोलर हैल्प नंबर सर्च किया तथा उस नंबर पर बात की। वह किसी हैल्प लाईन नहीं बल्कि किसी शातिर ठग का नंबर था। शातिर ने उसे एप लोड करने को कहा तथा ये भी कहा कि इस समस्या के लिए कुछ चार्ज भी देना होगा।
विजयपाल उसकी बातों में आ गया तथा वो एप लोड कर दी। ऐप लोड करते ही मोबाइल का रिमोट शातिर के पास चला गया। शतिर ने पहले उसके खाते से 20 हजार तथा बाद में ऐसे करते करते एक लाख रूपए ट्रासंफामर्र कर लिए। रिमोट शातिर के पास होने के चलते वह कुछ नही कर सका
उसने पहले अपना खाता बदं करवाया तथा बाद में साइबर क्राइम पर ओन लाईन शिकायत दर्ज करवाई। साइबर क्राइम थाने ने ठगी के आरोप में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।