Haryana: हरपाल सिंह की मौत के मामले ने पकड़ा तूल, धरने पर बैठे 40 गांवो के लोग
फतेहाबाद: हरपाल सिंह बिश्नोई की पुलिस कस्टडी में रोहतक पीजीआई में हुई मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। कार्रवाई को लेकर प्रशासन व गांवो के लोग आमने सामने आ गए है। पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर मृतक का परिवार और 40 से अधिक गांवों के लोग रविवार को लघु सचिवालय के गेट पर धरने पर बैठ गए है।निर्वस्त्र महिला का हुआ था वीडियो वायरल: राजस्थान में ये गावं पूरा हुआ खाली, पुलिस किससे करेगी पूछताछ
ये संगठन भी आए समर्थन में
हरपाल की मौत मामले में किसानो के साथ कई अन्य संगठन भी समर्थन में आए गए हैं। किसानों ने भी लघु सचिवालय के बाहर धरना शुरू कर दिया है। धरने में संयुक्त किसान मोर्चा, अखिल भारतीय किसान सभा, खेती बचाओ संघर्ष समिति, भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी आदि संगठन भी शामिल हो गए है। सुबह से धरना स्थल पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हो रही है।
जानिए कोन था हरपाल
हरपाल सिंह बिश्नोई गाड़ी की खरीद- बेच के साथ प्रॉपर्टी डीलर का भी काम करता था। बताया जा रहा है कि उसने कई विभागों में अनुबंध पर गाड़ी भी लगा रखी थी। हरपाल सिंह अपनी पत्नी सुमन और बेटे आदित्य के साथ हुडा सेक्टर तीन में रह रहा था।
दो जुलाई की सुबह परिवार के पास एएसआई हेमराज नारकोटिक्स सेल का फोन आया और कहा कि हरपाल सिंह को पुलिस ने पकड़ लिया है और वह रोहतक अर्बन स्टेट थाने में है। परिवार को रोहतक में उससे मिलने नहीं दिया गया।
कोर्ट के गेट पर हरपाल सिंह ने अपनी पत्नी को कहा था कि ये लोग पीट रहे है और उसे मार देंगे। 15-20 लाख रुपये का इंतजाम कर लो नहीं तो मुझे पीट कर व पानी में डुबोकर मार देंगे। आरोप है कि पैसों के लिए हरपाल सिंह को इतना मारा गया कि उसका ब्रेन हेमरेज हो गया और वह कोमा में चला गया। 31 अगस्त को उसकी मौत हो गई।Rewari: हनीट्रैप में फंसाने वाली महिला गिरफ्तार: झूठी FIR दर्ज कराने के नाम पर हड़प चुकी 3 लाख; पुलिस ने ट्रैप लगाकर पकड़ी
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हत्यारों को गिरफ्तार करो
लघु सचिवालय के बाहर लगाए धरने में मेरे पापा के हत्यारों को गिरफ्तार करो के बैनर लगाए गए हैं। वहीं सीआईडी भी धरने को लेकर पल-पल की रिपोर्ट ले रही है।