हरियाणा: नूंह में हुए उपद्रव को लेकर लोग सोशल मीडियो पर फोटो व वीडियो शेयर कर रहे है। सबसे अहम बात यह है कि कुछ लोग पुरानी वीडियो व फोटो का शेयर कर रही है। एक दो नहीं अधिकाशं लोग बिना कुछ पडताल किए बिना ही फोटो को शेयर कर देते है।Nuh Violence: हरियाणा के नौ जिलों में हाई अलर्ट, लगाया कर्फ्यू, सुलगने लगी है आग
दो साल पहले एक बच्चा गुम हुआ। उस समय उसके मिसिंग की फोटो वायरल हुई। पुलिस ने उसे ढूंढ कर परिजनो का सोंप दिया। लेकिन उसकी मिटिंग फोटो आज भी वाटसएप पर वायरल हो रहे है।
क्या है वायरल पोस्ट
ट्विटर यूजर चंदन शर्मा (आर्काइव लिंक) ने 31 जुलाई को हरियाणा और मेवात के हैशटैग के साथ चार तस्वीरों को टैग करते हुए सांप्रदायिक और भड़काऊ बातें लिखी हैं।
सोर्स विश्वास न्यूज
अपूर्वा सिंह ने कुछ फोटो मेवात हिंसा को लेकर शेयर की है। लेकिन ये फोटो भी अभी दो दिन पहली हुए उपद्रव की नहीं है।
चंद्रा रमेश ने कुछ आग में जलते हुए वाहनो की फोटो शेयर की है। ये फोटो भी पुरानी है।
जानिए क्या है नियम: नियमों के चलते किसी फोटो या वीडियों को बिना जांचे शेयर नहीं करना चाहिए। क्योकि नब्बे फीसदी लोग बिना सोचे समझे फोटो व वीडियो शेयर कर देते है। आईटी एक्ट के तहत ऐसे फर्जी मैसेज के शेयर के बाद मामला दर्ज कर सजा का प्रावधान है। ऐसे में कम से कम छह माह की सजा हो सकती है।
कोरोना काल में हुआ था मामला दर्ज: कोरोना काल में कनेटेनमेंट जोन के चलते हरियाणा सरकार की ओर से एडवाईजरी व मेल जारी की जाती थी। गृह मंत्री अनिल विज के नाम पर फर्जी मैेसेज जारी कर दिया गया था। बाद में पुलिस ने शेयर करने वाले दोनों को काबू कर लिया था। इतना ही नहीं सीएम मनोहर लाल का फर्जी जनम प्रमाण पत्र भी ऐसे ही शेयर कर दिया गया था। उसे भी पुलिस ने काबू किया।