दिल्ली: तीन दिन से युमना का जलस्तर खतरे के निशान पर था। लेकिन हिमाचल मे हो रही तेज बारिश के चलते एक बार फिर जलस्तर बढने की आशंका है। रविवार को दिल्ली में पुराना लोहा पुल के पास यमुना का जलस्तर 205.81 मीटर पहुंच गया है। ऐसे में एक बार फिर दिल्ली में बाढ़ के चलते प्रलय आने की संभावना बढ़ गई है।हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का जनता दरबार क्यों है खास, जानिए आठ वजह?
तेजी से बढ रहा है यमुना का जलस्तर
रविवार को युमना का जलस्तर 205.81 मीटर पहुंच गया है। अगर इसी गति से पानी आता रहा तो यह शाम तक जलस्तर 207 के ऊपर पहुंच सकता है। ऐसे में इनता जलस्तर दिल्ली वाले के लिए बडा घातक बन सकता है। बाढ की आंशका जताई जा रही है।
प्रलय आने की आशंका
बता दे कि शनिवार 22 जुलाई की सुबह नौ बजे सर्वाधिक 1,47,857 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जो कि रविवार को बढ़कर प्रति घंटे दो लाख क्यूसेक को पार कर गया है अगले दो दिन में इसके दिल्ली पहुंचने की संभावना है। अगर पानी का स्तर इसी तरह बढता रहा तो दिल्ली में बाढ़ की प्रलय आ जाएगी।Rewari: NH 48 पर कैंटर ने टैक्टर ट्राली को मारी टक्कर, बडा हादसा टला
मौसम विभाग का 25 जुलाई तक उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान है। इससे राजधानी में एक बार फिर से बाढ़ की स्थिति पैदा होने की आशंका जताई जा रही है।
दिल्ली में ये मार्ग हुए बंद
यमुना में पानी बढ़ने से वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला जलशोधन संयंत्र बंद होने से राजधानी के कई क्षेत्रों में जलसंकट बढ गया है।Rewari: NH 48 पर कैंटर ने टैक्टर ट्राली को मारी टक्कर, बडा हादसा टला
यमुनापार के कई क्षेत्रों के साथ कश्मीरी गेट, सिविल लाइंस व मुखर्जी नगर तक में पानी भर गया था। ज्यादा जलभराव के चलते रिंग रोड और विकास मार्ग सहित कई सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई थी। जलभराव रविवार को बढता ही जा रहा है।
टीम कर रही निगरानी
66 वरिष्ठ अधिकारियों को अलग-अलग स्थानों पर राहत और बचाव कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अधिकारियों का कहना है कि हथनी कुंड से पानी छोड़ने के साथ ही यमुना के जलस्तर की निगरानी की जा रही है।