हरियाणा: हरियाणा में बाढ़ का कहर अभी खत्म नहीं हुआ है। अब प्रदेश के 12 जिले बाढ़ की चपेट में आ गए है। इतना ही नहीं बारिश के चलते 900 से अधिक गांवों में बाढ़ की वजह से पानी भर गया है। लोग घरों में कैद हो गए है। खाने-पीने और बिजली को लेकर लोगों की परेशानियां बढ़ने लगी है।Rewari: कागजों में चल रहा पशु अस्पताल, डूंगरवास में न बिल्डिंग न चिकित्सक
बाढ के चलते 16 लोगो की मौत्: बाढ के कहर के चलते कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, अंबाला, फतेहाबाद, पानीपत, सोनीपत, यमुनानगर, पंचकूला जिलों में बाढ़ से संबंधित घटनाओं में 16 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 2 लोग घायल और 2 लोग लापता है।
राहत कैंप खोले: बाढ ग्रस्त इलाको में सहयोग जिला प्रशासन की ओर से 15 से अधिक राहत कैंप खोले हुए हैं। जिनमें 2000 से अधिक लोग सहयोग के लिए लगे हुए है। राहत केंप के चलते ही काफी लोगो का बचाया गया जा सका।बारिश का कहर, रेवाड़ी से गुजरने वाली कई ट्रेनें रद्द, बसों के बदले रूट, यहां देखिए सूची
12 जिलों कें लोग परेशान: बता दे कि बाढ के चलते 4 लाख एकड़ फसल बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हो गई है। यहीं नहीं कैथल और कुरूक्षेत्र सहित कई जिलो की खराब हो गई है। वहीं घग्गर नदी का पानी चीका शहर में भर गया। इसके अलावा मारकंडा नदी का पानी शाहाबाद से कुरुक्षेत्र तक पहुंच चुका है। हरियाणा में 900 से अधिक गांवो में पानी भरा हुआ है।
इन जिलो में ज्यादा हालत खराब: बारिश के चलते हरियाणा के 8 जिलों ज्यादा हालत खराब है। जीटी रोड बेल्ट के 6 जिलों की हालत ज्यादा खराब दिखाई दे रही है। अंबाला, यमुनानगर, करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र और पानीपत जिलों के करीब 800 से ज्यादा गांव बांढ़ से ज्यादा प्रभावित है।Rewari: अब दोबारा से पार्को को देख रेख सभांलेगे RWA , नपा धारूहेड़ा ने किया Notification
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी: डीआरएफ और सेना रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है। अब तक 3800 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। मारकंडा, घग्गर, सरस्वती सहित अन्य नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। यमुना के जलस्तर में थोड़ी कमी आई है।