भिवाडी से आ रहे पानी को लेकर दो घंटे प्रशासन की चली मिटिंग, जानिए क्या है नया प्लान ?

धारूहेड़ा: भिवाडी से लगातार चार साल से धारूहेड़ा में दूषित पानी छोड़ा जा रहा है। हर बार धारूहेड़ावासियो को यही आश्वसन दिया जाता है कि कार्रवाई कर रहे है। ये प्रपोजल तैयार किया है। लेकिन आजतक धारूहेड़ा के हक में काई भी प्रपोजल सिरे ही नहीं चढा है। यही कारण है ​भिवाडी प्रशासन सदा ही हरियाणा पर हावी रहा है।Rewari Accident: सवारियों से भरी बस ट्रक से टकराई, चालक सहित आधा दर्जन घायल
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धारूहेड़ा: सेक्टर चार में भरा काला पानी
जानिए क्या है अगला प्रपोजल:  रेवाडी के उपायुक्त डीसी इमरान रजा की ओर से बुधवार को दूषित पानी को रोकने के लिए बनाइ गई कमेटी की बैठक ली. राजस्थान से आना वाला पानी धारूहेड़ा में यूं ही आता रहेगा। हरियाणा सरकार यानि रेवाड़ी प्रशासन काले पानी के नाम पर कोई कार्रवाई नही करेगा। यानि हमें ही धारूहेड़ा में STP Plant  लगाकर भिवाडी सेे आने वाले पानी को स्वयं ही ट्रीट करके कही भेजना होगा। सिर्फ कागजों में हो रही कार्रवाई: हर बार मिटिंग में सिर्फ प्रपोजल ही बनाए जा रहे है। पिछले चार साल के दोरान हरियाणा व राजस्थान की हर मिटिंग में राजस्थान यही कहता है पानी नही छोडगे, लेकिन आजतक पानी कभी बंद ही नहीं किया गया है।   हरियाणा प्रशासन की इतनी ताकत नहीं है उनपर कोई कानून एक्सन ले सके। कहीं न कहीं हरियाणा प्रशासन की कोई ऐसी कमजोरी है जिसके चलते रेवाडी प्रशासन भिवाडी प्रशासन पर कार्रवाई करने से डरता है।देश के 22वें AIIMS REWARI का पीएम मोदी इस दिन करेंगे शिलान्यास : राव इंद्रजीत स्वयं ही करना होगा समाधान: दो घंटे चली मिटिंग में रेवाडी प्रशासन ने साफ कह दिया गया है भिवाडी से आने वाले पानी को ट्रीट करने के लिए धारूहेड़ा में ही एसटीपी प्लाट लगाया जाएगा तथा इसके लिए एचएसवीपी की ओर से जगह मांगी जा रही है।   इस पानी को ट्रीट करने के बाद यहां से 43 किलोमीटर दूर केएमपी पर बने ड्रेन से जोडा जाएगा। इस प्रोजेक्ट में करीब 70 से 80 cr. रूपए की लागत आने की उम्मीद है। अलवर बाईपास पर लगेंगे कैंमरे व फलोमीटर: उपायुक्त ने कहा कि हरियाणा में कैसा व कितना पानी आ रहा है इसकी जांच के लिए कैमरे व फलोमीटर लगाया जाएगा। सरेआम काले पानी की अभी तक रेवाडी प्रशासन को दिखाई नहीं दे रहा है। अब कैमरे से इसकी रिकोर्ड करेगा। pani 1 यानि एक ओर झूठा खेल खेला जाएगा। यह प्रपोपल पिछले दो साल पहले किया था। जिसे अब सिरे चढाने के लिए करीब तीन लाख खर्च किए जाएंगेंं। जब कोई कार्रवाई ही नहीं करनी है तो फिर कैमरे लगाने का क्या फायदाHaryana: बागवानी खेती पर सरकार दे रही मोटा अनुदान, जानिए किस पर सबसे ज्यादा क्या निकला नतीजा: जिस तरह से मसानी में ट्रीट के नाम पर सारी रेवाडी की गंदगी सरेआम बेराज में भेजी जा रही रही है। सेंपल फैल होने के बावजूद क्या रेवाडी प्रशासन ने उस पानी को आज नहीं रूकवाया।   तो फिर हम भिवाडी से साफ पानी की उम्मीद कैसे कर सकते है। सही निर्णय यही है भिवाडी का पानी धारूहेड़ा में ही आएगा। इसे कोई नही रोक सकता। बैठक में स्वप्रिल रविंद्र पाटिल, एसडीएम रेवाड़ी होशियार सिंह, आरओ एचपीसीबी रेवाड़ी विनोद बालियान, आरओ आरपीसीबी अमित शर्मा, एनएचएआई रेवाड़ी से धीरज सिंह, नपा सचिव धारूहेड़ा प्रवीन छिकारा, नपा उपप्रधान अजय जांगडा, डीके शर्मा, त्रिलोक धारीवाल, दिनेश मुकमद मौजूद रहे।