प्रौद्योगिकी स्टार्ट-अप के जन्मदाता बृजमोहन लाल मुंजाल को बाइक रैली से किया जाएगा नमन
धारूहेड़ा: दुपहिया वाहन निर्मात को जन्मदाता व पूर्व चेयरमैन स्व. बृजमोहन मुंजाल की 100 वी जंंयति पर बाइक रैली निकाली रैली गुरूग्राम से शुरू होकर नीमराना जाएगी। बाइक रैली से सडक सुरक्ष का संदेश भी दिया
कैसे हुई हीरो साइकिल्स की शुरुआत?
हीरो साइकिल्स की शुरुआत करीब 75 साल पहले बृजमोहन लाल मुंजाल ने अपने तीन भाईयों के साथ पाकिस्तान से भारत के अमृतसर आकर की थी। शुरुआत में वे साइकिल स्पेयर पार्ट्स का कारोबार करते थे, लेकिन विभाजन के कारण हुए दंगों के कारण वे लुधियाना में शिफ्ट हो गए।Dharuhera: सेक्टर चार RWA की जरूरी बैठक Sunday को
यहां उन्होंने अपने भाई ओमप्रकाश मुंजाल के साथ मिलकर हीरो साइकिल्स की स्थापना की। 1975 तक हीरो सभी कंपनियों को पछाड़कर देश की सबसे बड़ी साइकिल कंपनी बन गई थी। 1986 में कंपनी ने दुनिया में सबसे अधिक साइकिल बनाने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
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भारतीयों को टैंक में ईंधन के बारे में चिंता न करने की सलाह देने वाले बृजमोहन लाल मुंजाल का एक जुलाई 2015 में निधन हो गया था। वह 92 वर्ष के थे और पिछले जून में उन्होंने हीरो मोटोकॉर्प के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जो कि 2011 में जापानी साझेदार होंडा के बाहर निकलने के बाद हीरो होंडा बन गया था।
प्रौद्योगिकी स्टार्ट-अप
उन्होंने लुधियाना में एक साधारण साइकिल निर्माता से भारत की सबसे सफल और प्रशंसित कंपनियों में से एक बनकर उन लोगों के बीच उद्यमिता की आग जलाई, जिनके पीछे पारिवारिक व्यवसाय की लंबी विरासत नहीं है। यह एक ऐसी आग है जो आज के प्रौद्योगिकी स्टार्ट-अप के बीच लगातार जल रही है।
बेटे को सौंपी कमान ओर हो गए भगवान को प्यारे
इसके बाद उन्होंने कुछ समय तक हीरो मोटोकॉर्प को संभाला और 2015 के मध्य में अपने बेटे पवन मुंजाल को हीरो ग्रुप की कमान सौंप दी। एक नंवबर 2015 को बीमारी के कारण 92 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया था। उसके बाद में पवन मुंजाल बतारे एमडी व सीईओ कार्यरत रहे। वहीं 2023 में मई पवन मुंजाल ने निरंजन गुप्ता को सीइओ कार्यभार सौंप दिया