भिवाडी: तमिलनाडु से भिवाड़ी बुलाकर बंधक बनाकर अपने खातों से 5 लाख 50 रुपए ठगने वाले गिरोह के दो जनो को भिवाडी पुलिस ने दबोच लिया है.इस मामले को लेकर पीड़ित के द्वारा 14 जून को चौपांकी थाने में मामला दर्ज करवाया गया तथा पुलिस 2 दिन में ही दोनों ही बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया.
जानिए कौन थे बदमाश
चौपांकी थाना पुलिस ने गुरुवार देर रात को क्षेत्र की बसैया की ढाणी ग्वालदा गांव के रहने वाले इरफान (38) पुत्र शेर मोहम्मद मेव व गुलावट के रहने वाले साबिर (29) पुत्र ईशा मोहम्मद मेव को ग्वालदा गांव से ही गिरफ्तार कर लिया. दोनो को रिमांड पर लिया गया है ताकि ठगी की राशि बदामद हो सके.
ऐसे फसाया जाल में
चौपांकी थाना अधिकारी नंदलाल जांगिड़ ने बताया कि 14 जून को तमिलनाडु के सैलम के रहने वाले दिलीप कुमार पुत्र मनी ने शिकायत दी थी कि 10 दिन पहले उनके साथी सैयद मोहम्मद इमरान ने उन्हें बताया कि फेसबुक पर वेस्ट कपड़ों की कटिंग का फोटो आया है.Rewari: आउटरीच कार्यक्रम जनता व प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय कर रहा स्थापित: ADGP
व्यापारियो ने 28 प्रति किलो के हिसाब से रेट तय किया तथा 10 प्रति केजी के हिसाब से भाड़ा अलग से तय किया. इस पर तमिलनाडु से दोनों हवाई जहाज से दिल्ली एयरपोर्ट उतरे और दिल्ली एयरपोर्ट उतरने के बाद उन्होंने फेसबुक नंबर काल कि उनको लेने के एयरपोर्ट पर गाडी पहुंच गई.
दिल्ली से लाकर बनाया बंधक
दोनों ही इको गाड़ी से भिवाडी आ गए. चालक के अलावा गाड़ी में उसका एक साथी और बैठा हुआ था दोनों ही उन्हें एक अनजान रास्ते से अपने घर ले गए और वहां पर कमरे में ले जाकर बंद कर दिया.
धमकाकर 5 लाख 50 रुपए का किया ट्रांजैक्शन
जिस कमरे के उनको बंधक बनाया था वहां पर चार से पांच बदमाश बैठे हुए थे सभी ने मिलकर उनको धमकाना शुरू कर दिया और उनके मोबाइल पर्स सहित अन्य सामान छीन लिया.
बाद में उनसे पूछा कि तुम्हें कितना किलो वेस्ट कपड़ों का मैटेरियल चाहिए, दिलीप ने 15 टन वेस्ट मटेरियल की डिमांड रखी तो बदमाशों ने 6 लाख रुपए देने के लिए कहा जब दिलीप ने मना किया तो बदमाशों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी.Rewari: शराब ठेका के विरोध मे कोसली में सडकों पर उतरी महिलाएं
बदमाशो ने डरा धमका कर उनके मोबाइल के पासवर्ड पूछ लिए. इसके बाद अलग-अलग बैंक अकाउंट में कई ट्रांजैक्शन कर 5 लाख 50 रुपए निकाल लिए.
कई घंटों की मिन्नतें करने के बाद बदमाश उन्हें यह कहकर चले गए कि शाम को 7 बजे गाड़ी आएगी और उसमें बैठ कर बिना आवाज किए चुपचाप चले जाना.
अगर किसी से कुछ बताया तो तुम्हें जान से मार दिया जाएगा। लेकिन शाम को उनके जाने से पहले ही वहां पर पुलिस पहुंच गई और उन्हें बदमाशों के चंगुल से छुड़ाकर थाना ले आई, पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए गहनता से जांच शुरू की और बदमाशों की पहचान कर ली.