रेवाड़ी। गांवों में चौपाल बनाने से काफी फायदा होगा। ग्रामीण इनमें इकट्ठा होकर छोटी सभा आयोजित कर सकेंगे और अपने छोटे-छोटे नियम भी बना सकेंगे, जो पुलिस व प्रशासन के लिए काफी मददगार साबित होते हैं।Haryana: शिक्षा विभाग ने इस बच्चो का रोका रिजल्ट, जानिए क्या है वजह
जिला पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की ओर से स्वर्ण जयंती खंड उत्थान योजना के तहत जिले के 9 गांवों में चौपाल बनाई जाएंगी। इसके लिए विभाग की ओर से निदेशालय को 26 लाख का प्रपोजल भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
चौपाल में लोग एक साथ बैठकर बातचीत करने के साथ ही कार्यक्रमों का आयोजन भी कर सकेंगे। अधिकारियों ने बताया कि लोगों की मांग को देखते हुए स्वर्ण जयंती खंड उत्थान योजना के तहत 9 गांवों में चौपाल बनाने का प्रपोजल निदेशालय को भेजा गया है।
चौपाल गांव में सामाजिक सद्भावना बढ़ाने में मदद करती है। चौपालों में सामाजिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा सकते हैं। बुजुर्गों के अनुसार इसे गांव का केंद्र भी कहा जाता है। ऐसे में गांवों में चौपालों के निर्माण को लेकर सरकार की ओर से कदम उठाए जा रहे हैं। गांवों में चौपाल का अलग ही महत्व होता है।
कई सालो से कर रह थे मांग
चौपालों के निर्माण को लेकर ग्रामीण काफी समय से मांग कर रहे थे। ग्रामीणों की मांग को पूरा करते हुए सरकार ने चौपालों का निर्माण कराने का निर्णय लिया है। जिले के 9 गांवों में चौपाल बनाने की मांग निदेशालय को भी गई है। प्रत्येक गांव में एक-एक चौपाल बनाई जाएगी। प्रपोजल को स्वीकृति मिलने की पूरी उम्मीद है।
Shirdi Sai Baba Temple: 1 मई से बेमियादी बंद रहेगा Shirdi Sai Baba Temple
समाज को एकसूत्र में पिरोने का काम करती है चौपाल
चौपाल को वैसे भी गांव में सम्मानजनक स्थिति में देखा जाता है। यानी चौपाल पूरे गांव का केन्द्र होती है, जहां पर विभिन्न धर्म व विभिन्न जातियों के लोग आपस में एक दूसरे के साथ बैठते हैं। इससे गांव में लोगों में आपस में प्रेम भी बढ़ता है।
जानिए कहां कहां बनाई जाएंगी चौपाल
जिले के जिन 9 गांवों में चौपाल बनाई जाएंगी उनमें छिल्लर, भाड़ावास, मुंडलिया, बुर्थल जाट, गुरुदास माजरा, जैथड़ावास, पनवाड़, जलालपुर, खुर्रमपुर गांव शामिल हैं।
ग्रामीण लंबे समय से गांवों में चौपाल बनाने की मांग कर रहे थे। इसके लिए निदेशालय को 26 लाख रुपये का प्रपोजल भेजा गया है, जिसकी मंजूरी मिलते ही जल्द काम चालू कर दिया जाएगा।
– नरेन्द्र कुमार, कार्यकारी अभियंता पंचायत विभाग, रेवाड़ी।