भिवाडी: भिवाडी उप जिला स्वास्थ्य केंद्र में सरकार के द्वारा डॉक्टरों को निजी क्वाटर दिए हुए है। निजी क्वॉटर में अरुण नाम के इस शख्स के बच्चो का ईलाज कर रहा है। इनके पास कोई भी मेडिकल डिग्री नहीं है। जबकि ये शख्स एक निजी कंपनी का कर्मी है।Haryana: HKRN से स्कूलो में होगी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती
वीडियो वायरल से खुला राज: बच्चों के डॉ. कैलाश राजौरा भिवाड़ी उप जिला स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर के पद पर कार्यरत हैं और अस्पताल परिसर में ही सरकार के द्वारा उनको आवंटित किए गए, लेकिन यहां उन्हें एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाला नॉन मेडिकल व्यक्ति अरुण पांडे डॉक्टर कैलाश राजोरा के क्वॉटर में उनकी कुर्सी पर बैठकर बीमार बच्चों को देख रहा है और दवाइयां भी दे रहा है।
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डाक्टर की आड मे खेल: इलाज करवाने आए मरीजों इस बात का नहीं पता है कि उनका ईलाज कौन कर रहा है। उनकी नजरो में भिवाडी उप जिला स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत डाक्टर ही है।
जीवन से खिलवाड: जिससे उनके बच्चों के जीवन के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां पर यूपी, बिहार, बंगाल सहित अन्य राज्यों से उद्योग इकाइयों में काम करने वाले मजदूर वर्ग के लोग अपने छोटे-छोटे बच्चों की बीमारी को दूर कराने के लिए डॉक्टरों के पास लेकर आते हैं।