हरियाणा: लापरवाही किसी की और खामियाजा भूगत रहा कोई। साल में दो बार होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं के एग्जाम फार्म भरना कॉलेजों के लिए रूटीन प्रक्रिया है, लेकिन नाहड़ राजकीय कॉलेज अपने 1000 से अधिक विद्यार्थियों के फार्म भरना ही भूल गया। सबसे अहम बात तो यह है 2 बार डेट बढ़ाए जाने के बावजूद भी कॉलेज की ओर से फार्म नहीं भरे गए।हरियाणा की इस महिला की मशरूम की मिठाइयां है देश विदेश में मशहूर, जानिए क्या है खास
अब जागा कॉलेज प्रबंधन: समय पर फीस नहीं भरने के चलते अब ये लेट फीस बढ़कर 5 हजार हो गई है। अब एक हजार विद्यार्थियो की 50 हजार लेट फीस भरने को लेकर इससे कॉलेज प्रबंधन के हाथ-पैर फूले हुए हैं। विद्यार्थियो का कहना है इस लेट फीस को संबंधित स्टाफ पर को अपनी जेब से भरना चाहिए ताकि उसको अपनी लापरवाही का अहसास हो।
24 फरवरी को जारी किया था नोटिस
ईवन सेमेस्टर-2023 के लिए मई-जून माह में एग्जाम होने हैं। इसके लिए विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक विद्यार्थी का परीक्षा फार्म भरा जाना जरूरी है। यह जिम्मेदारी कॉलेजों की होती है। इस बारे में 24 फरवरी को आईजीयू ने अपनी वेबसाइट www.igu.ac.in पर नोटिस अपलोड किया था।
ये था नियम: 20 मार्च बिना शुल्क के एग्जाम फार्म भरे जाएं। 27 मार्च तक 500 रुपए लेट फीस तथा 5 अप्रैल तक 1000 रुपए लेट फीस देनी होगी। इसके बाद अब यह फीस 5 हजार रुपए हो गई है। हरियाणा में किरायेदारों की अब होगी मौज, संपत्ति पर मिलेगा मालिकाना हक
स्टाफ स्वयं भरता है एग्जाम फार्म
वर्ष में दो बार एग्जाम फार्म भरे जाते हैं। इसमें प्राचार्य या अन्य अधिकारी के हस्ताक्षर तक की जरूरत नहीं पड़ती, बल्कि स्टाफ द्वारा यह काम रूटीन प्रक्रिया में किया जाता है। फिर भी फार्म नहीं भरे जाना हैरानी की बात है।
यूनिवर्सिटी से संपर्क कर रहे, समाधान कराएंगे : प्राचार्य डॉ. सूर्यपाल
प्राचार्य डॉ. सूर्यपाल का कहना है कॉलेज स्टाफ ने तकनीकी समस्या बताई, जो कि हमने विश्वविद्यालय के सामने रखी है। जो भी डॉक्यूमेंट हमसे मांगे गए हैं, हमने जमा करा दिए। विद्यार्थियों के हित में विश्वविद्यालय का जो आदेश होगा उस पर अमल किया जाएगा। उम्मीद है एक-दो दिन में समाधान निकलेगा।