UPI Update : यदि आपके खाते में पैसा नहीं भी है तो आप भुगतान कर पाएंगे। बिलकुल वैसे ही, जैसे क्रेडिट कार्ड से पेमेंट की जाती है। मतलब अब आपका UPI यूपीआई ही UPI Payment क्रेडिट कार्ड की तरह काम करने लगेगा।
गवर्नर ने कहा कि भारत में UPI के तेजी से बढ़ते चलन ने खुदरा लेनदेन के तरीके को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है। बैंकों ने भी अपने उत्पादों और सुविधाओं को विकसित करने के लिए UPI की मजबूती का लाभ उठाया है।
आधुनिकता के इस युग में UPI से पेमेंट करने की संख्या बड़ी तेजी से आगे बढ़ रही है। Phone Pay, Google Pay और Paytm जैसे ऐप्स के जरिए भुगतान करने के तरीके ने जोर पकड़ा है. दरअसल, कोविड काल के बाद से ही डिजिटल भुगतान करने वाले यूजर्स की संख्या का आंकड़ा काफी बढ़ गया है. ऐसे में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने UPI यूजर्स के लिए एक बड़ी घोषणा की है.
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बैंकों की ओर से यूजर्स को पूर्व स्वीकृत (Pre- sanctioned) राशि दी जाएगी, जिसका इस्तेमाल खाते में पैसे न होने पर भी किया जा सकेगा।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने और यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) जैसे विकल्पों को और आकर्षक बनाने के लिए यह बड़ी घोषणा की है।
मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद गवर्नर ने कहा कि अब यूपीआई पर भी यूजर्स को क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधा मिलेगी।
जो यूजर्स आनलाइन ऐप्स के जरिए भुगतान करते हैं, उन्हें अब प्री- अप्रूव्ड क्रेडिट लाइन दी जाएगी। यह राशि बैंकों या वित्तीय संस्थान की ओर से तय होगी।
जानिए कैसे करेगी ये काम
एक तरह से UPI पर भी ओवरड्राफ्ट जैसी सुविधा दी जाएगी। जहां कोई ग्राहक जरूरत पर इस राशि का इस्तेमाल करेगा और फिर ब्याज सहित इस रकम को वापस लौटा देगा।
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क्रेडिट लाइन किसी यूजर्स के लिए बैंक की ओर से तय की गई वह लिमिट होगी, जिस राशि को यूजर खर्च कर पाएगा. बैंक और वित्तीय संस्थान यूजर की आमदनी और कर्ज चुकाने की क्षमता का आकलन करके यह क्रेडिट लाइन तैयार करेंगे।
इसका मतलब साफ है कि इस सुविधा के एवज में बैंक आपसे कुछ ब्याज वसूलेंगे. बैंक हर ग्राहक की जोखिम क्षमता का आकलन करके ही प्री-अप्रूव्ड क्रेडिट लाइन तैयार करेंगे।