हरियाणा: गैस इंसुलेटेड पैटर्न पर गुरुग्राम और फरीदाबाद के बाद यह रेवाड़ी जिले का पहला सब स्टेशन होगा। निगम की तरफ से बावल के लिए 132 केवी क्षमता के इस सब स्टेशन को मंजूरी दी गई है।
इतनी लगेगी लागत: बिजली निगम की ओर से बावल औद्योगिक क्षेत्र को बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए जिले का पहला गैस इंसुलेटेड सब स्टेशन करीब पांच करोड़ की लागत से बावल में बनाया जाएगा। इसका कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। इससे बावल की कंपनियों को काफी फायदा होगा।HARYANA: मांगो को लेकर सडको पर उतरे पूर्व सैनिक
जिले में एचवीपीएन के 220, 132 केवी और डीएचबीवीएन के 33 केवी क्षमता के तमाम सब स्टेशन एयर इंसुलेटेड पैटर्न पर आधारित हैं। एयर इंसुलेटेड पैटर्न पर बनने वाले सब स्टेशन के लिए न्यूनतम जमीन कम से कम 2 एकड़ होनी चाहिए।
अधिकारियों ने बताया कि बावल को आईएमटी का दर्जा मिलने के पश्चात यहां कंपनियों की संख्या बढ़ी है। जिस कारण उद्योगों को बेहतर आपूर्ति के लिए 132 केवी क्षमता के एक और सब स्टेशन की आवश्यकता थी। निगम की ओर से अब बावल के लिए भी 132केवी क्षमता के एक और सब स्टेशन को मंजूरी मिली है
बिजली कट से मिलेगी निजात
बावल में कंपनियों व छोटी-छोटी फैक्ट्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिसकी वजह से बिजली की खपत में भी इजाफा हुआ है। ऐसे में यहां पर तैयार किए जाने वाले 132 केवी क्षमता के नए सब स्टेशन से उद्योगों को बिजली आपूर्ति बेहतर मिलेगी और गर्मियों के दिनों में कटौती से भी निजात मिलेगा।
नवीनतम तकनीकी का होगा उपयोग
यह सब स्टेशन अब तक की सबसे नवीनतम तकनीक से बनाया जाएगा। इस तकनीक से सब स्टेशन के निर्माण में पुरानी तकनीक की तुलना में मात्र एक चौथाई जमीन की जरूरत होती है। हालांकि निर्माण में लागत जरूर कुछ ज्यादा आती है। सब स्टेशनों में दो तरह से वॉलटेज मेनटेन किए जाते हैं।
निगम के तकनीकी अधिकारियों ने बताया कि हवा के मुकाबले गैस भारी होने से इसका सर्कुलेशन बेहतर रहता है। ऐसे में जीआईएस पैटर्न को बेहतर माना जाता है।रेवाड़ी में मंगलवार को रहेगीे डॉक्टरों की हड़ताल
एक हवा से और दूसरा गैस से। ज्यादातर सब स्टेशनों में हवा से वॉलटेज मेनटेन किए जाते हैं, लेकिन बावल में बनने वाले इस सब स्टेशन में वॉलटेज गैस से मेनटेन किए जाएंगे।
गैस पैटर्न सब स्टेशन शहरों के लिए ही लाए गए हैं जहां पर निगम के लिए इतनी अधिक जमीन की व्यवस्था कर पाना मुश्किल है। इस सब स्टेशन को महज आधा एकड़ जमीन में ही तैयार किया जाएगा। चूंकि बावल आईएमटी में जमीन की वैल्यू बहुत अधिक है ऐसे में निगम की तरफ से यहां पर गैस इंसुलेटेड सब स्टेशन तैयार किया जाएगा।
बावल में जिले का यह पहला गैस इंसुलेटेड बिजली सब स्टेशन बनाया जाएगा। जिससे उद्योगों को बेहतर तरीके से बिजली की आपूर्ति हो सकेगी। निगम द्वारा इसको मंजूरी मिल गई है। इसका जल्द काम शुरू किया जाएगा।
– सोनू कुमार, एसडीओ, बिजली निगम रेवाड़ी।