हरियाणा: देशभर में झील अपने अपने कारनामो को लेकर जानी जाती है। हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अरावली जंगलों के बीच एक ऐसी झील है। जितनी खूबसूरत दिखती है उतनी ही पास से खतरनाक भी है। पानी भी बहुत साफ है और नीला रंग का है। लेकिन इस झील में नहाते ही लोग मर जाते है।Haryana news: विद्यार्थियो की बल्ले बल्ले, मार्च महीने में इतने दिन छुट्टियां, यहां देखिए लिस्ट
बता दें कि लोग इस झील के बारे में बात करना भी पसंद नहीं करते क्योंकि इस झील में हर दिन कोई न कोई मरता है। कभी नहाते समय कोई डूब जाता है तो कोई सेल्फी लेते समय उसमें गिर जाता है।
लोगो का कहना है इस झील में राक्षसों का वास है और यही वजह है कि प्रकृति के इतने करीब होने के बावजूद कोई भी इस झील के पास नहीं जाना चाहता और इसी वजह से लोग इस झील को डेथ वैली यानि खूनी झील के नाम से जानते हैं।
कुछ लोग इस झील को अभिशाप मानते हैं तो कुछ लोग इसे राक्षसी शक्ति कहते हैं। यही वजह है कि यहां सन्नाटा पसरा रहता है। यदि कोई व्यक्ति यहां घूमने जाता है और जीवित होकर वापस आता है तो भी वह अपने आप को बहुत सौभाग्यशाली माना जाता है।
जानिए क्यों है इस पर प्रतिबंध
स्थानीय लोगों के अनुसार 1990 तक अरावली के जंगलों में अंधाधुंध खनन किया जाता था लेकिन हरियाणा सरकार ने 1991 में खनन पर प्रतिबंध लगा दिया। जिसके बाद अरावली पहाड़ियों में फरीदाबाद गुरुग्राम सहित कई खदानों में अचानक भूजल जमा हो गया।
Digvijay Chautala’s Wedding: 18 एकड में सजेगा टैंट, जानिए शादी में आएगी कौन कौन हस्तियां
पिकनिक स्पॉट: यहां पिकनिक मनाने के लिए दिल्ली एनसीआर से बड़ी संख्या में लोग आने लगे लेकिन जैसे- जैसे लोगों की संख्या बढ़ती गई वैसे- वैसे घटनाएं भी होती गईं। स्थानीय लोगों के मुताबिक, इस झील में डूबने से अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
सरोवर के रास्ते में हैं कांटेदार पेड़
कोई भी व्यक्ति अब इस सरोवर की ओर जाए तो वह पूरी सुरक्षा के साथ जाता है और दूर से ही सरोवर को देखता है।
लोग अब झील के पानी को करीब से देखने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं लेकिन ईटीवी इंडिया ने स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन की मदद से इस झील का दौरा कियां इस दौरान झील के रास्ते में काँटेदार कीकर के पेड़ों से गुजरते हुए, उन पहाड़ों से होते हुए जिन पर चलना लगभग मुश्किल था।
जानिए झील की गहराई
यह झील कितनी गहरी है इसका अंदाजा अभी तक नहीं लगाया जा सका है क्योंकि इस झील के बारे में सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। हालांकि, जब घटनाएं बढ़ने लगीं तो उसके बाद स्थानीय प्रशासन ने यहां नहाने पर रोक लगा दी और धीरे- धीरे यहां लोगों की आवाजाही भी कम हो गई. आज स्थिति यह है कि यह झील पूरी तरह वीरान है।
नहाने से ही जाती है मौत
बता दे कि यहां अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अब यहां प्रशासन ने मना कर दिया है लेकिन फिर भी लोग गर्मी में खूब नहाते हैं।
अब गर्मी आ रही है लोग नहा लेंगे, हालांकि कई हादसे भी हो जाते हैं। हम बचपन से यहां रह रहे हैं इसलिए डरने वाले नहीं हैं लेकिन मौतों की वजह से लोग इस झील को डेथ वैली के नाम से जानते हैं।
ग्रामीण ने बताया कि यहां लोग शराब पीकर आते हैं इसलिए झील में उतरते ही उन्हें कुछ महसूस नहीं होता और वे हादसे का शिकार हो जाते हैं। यहां एक ओर जहां आसुरी शक्तियों का वास है। वहीं, दूसरी ओर जंगली जानवरों का खतरा ज्यादा है और यही कारण है कि लोग झील के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते क्योंकि सुनकर लोगों में डर पैदा हो जाता है।

















