हरियाणा: एक कहावत है जब बाड ही खेत को खाने लग जाए तो कैसे कमाई होगी। ऐसे ही एक भ्रष्ट अधिकारियो को एंटी करप्शन ब्यूरो फरीदाबाद की टीम ने गिरफ्तार करके 3 दिन के रिमांड पर लिया गया है। जिससे हुए खुलासे से विभाग के होश उड गए है।Haryana News: स्कूल संस्थापक स्व. डॉ सूर्य कमल को हरियाणा शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा वीपी यादव ने दी श्रद्धांजलि
टैक्स बचाने लिए 200 करोड वसूले: पूछताछ में सामने आया कि दिल्ली से चलने वाले पान-मसाला के भरे ट्रकों के बगैर किसी रोक-टोक के हरियाणा के होडल तक बॉर्डर क्रॉस कराया जाता था। इसकी ऐवज में हर माह मोटी रकम लेता था।
पूरा नेटवर्क किया था तैयार: IRS धीरज गर्ग आबकारी एवं कराधान (इंफोर्समेंट) विभाग पंचकूला में अतिरिक्त आयुक्त था। इस दौरान उसने अपने चहेते अधिकारियों को चेहते पोस्ट पर लगाया हुआ था ।
जांच में सामने आया कि इसमें 200 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार हुआ और रिश्वत के पैसों से धीरज गर्ग ने करोड़ रुपए की संपत्ति बनाई है।
विभाग से उठे सवाल: टैक्सेशन विभाग के डिप्टी कमिश्नर हनीश गुप्ता ने बताया कि उनके कार्यालय में तैनात ATO हरीश बत्रा, टैक्सेशन इंस्पेक्टर जितेन्द्र जून, चालक रोहताश व चपरासी रवि ने सरकारी ड्यूटी के दौरान अपने पद और शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए ट्रांसपोर्टर से दलालों के मार्फत गाड़ियों की गलत एंट्री करवाकर मोटे पैसे लिए हैं।
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ऑडियो वायरल से खुला राज
बता दे कि 20 जुलाई 2021 को चेकिंग के दौरान पकड़ी गई गाड़ी को छुड़वाने संबंधित ट्रांसपोर्टर के साथ बातचीत का ऑडियो भी दिया गया। जिसमें इंस्पेक्टर गाड़ियों की लिस्ट से संबंधित बात भी करता पाया गया।
अगले ही दिन इस मामले में एक्शन लेते हुए विभाग ने एटीओ हरीश बत्रा और इंस्पेक्टर जितेन्द्र को सस्पेंड कर दिया। इस गिरोह में धीरज गर्ग का भी नाम सामने आया।
धीरज गर्ग को किया काबू: पूरी जांच के बाद जब टीम को यह पता चला इस नेटवर्क का असली खिलाडी गर्ग है। जिसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने धीरज गर्ग को गिरफ्तार कर लिया।