Haryana News: 5.21 विद्यार्थियो को Education Board से नही मिलेगें रोल नंबर, जानिए क्या है शर्त

BHIWANI 11zon

हरियाणा : शिक्षा के स्तर को बढाने व सरकारी स्कूलों के बच्चों को पढ़ाई में मदद के लिए दिए गए टैबलेट बोर्ड परीक्षा से पहले जमा करवाने जरूरी है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि पढ़ाई में मदद के लिए दिए गए टैबलेट के बिना पेपरों की तैयारी कैसे होगी।

शिक्षा निदेशालय की ओर से स्कूलों को एक निर्देश जारी किया है जब तक विद्यार्थी टेबलेट जमा नहीं करवाएंगे उन्हें परीक्षा के लिए नही लिए जाएंगे। अब 27 फरवरी से 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू होंगी। अब 17 दिन पहले ही टैबलेट जमा करवाने के आदेश से विद्यार्थी भी परेशान है।

Murder in Rewari: अवैध संबंधो के चलते की थी भाई की हत्या, यूं खुला राज
पहले जमा करवाना सुविधा के नाम तोहिन: अभिभावको का कहना है पेपर के बाद या डीएमसी लेने के समय इन्हें जमा कराया जाता तो अच्छा होता। ई- अधिगम के तहत, सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं, 11वीं, 12वीं के करीब 5.21 लाख बच्चों को टैबलेट दिए गए हैं।

ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि पढ़ाई में मदद के लिए दिए गए टैबलेट के बिना पेपरों की तैयारी कैसे होगी। शिक्षाविदों का कहना है कि टैबलेट से पेपर के दौरान बच्चों को पढ़ाई में काफी मदद मिलती। पढाई से पहले ही डेबलेट जाम करवाना शिक्षा के नाम पर ढकोसला साबित हो रहा है।

Haryana Crime: राजस्थान में Govt. नौकरी लगाने के नाम 8.5 लाख की ठगी

शिक्षा विभाग की ओर से जब विद्यार्थियो को टैबलेट वितरित किए थे, उस समय यह कहा गया था कि टैबलेट परीक्षा के पास ही वापस लिए जाएंगे। अब 27 फरवरी से 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू होंगी। अब 17 दिन पहले ही टैबलेट जमा करवाने के आदेश से विद्यार्थी भी परेशान है।

किस जिले में कितने टैबलेट
अम्बाला- 20,241
कुरुक्षेत्र- 21,460
भिवानी- 29,477
महेंद्रगढ़- 16,951
दादरी- 10,317

नूंह- 24,730
फरीदाबाद- 30,561
पलवल- 16,646
फतेहाबाद- 22,639
पंचकूला- 12,932
गुड़गांव- 33,190

 

 

पानीपत- 23,177
हिसार- 36,329
रेवाड़ी- 18,866
झज्जर- 18,076
रोहतक- 17,809
जींद- 29,350

IAS Nurpur Success Story: पांच बार फेल, ‌फिर भी नहीं मानी हार, जानें IAS नूपुर की सफलता का राज
सिरसा- 31,623
कैथल- 27,393
सोनीपत- 27,779
करनाल- 27,683
यमुनानगर- 24,048

पेपर की तैयारी में मिलती मदद
टैबलेट में मल्टी च्वॉइस के सवालों के अलावा चैप्टर, लर्निंग वीडियो भी काफी है। हिंदी, अंग्रेजी व सामाजिक विज्ञान का पूरा सिलेबस है। शिक्षाविदों का कहना है कि किसी बच्चे के पास बुक, नोटबुक न हो तो यह टैबलेट पेपर की तैयारी के लिए बहुत सहयोगी बन सकता है।

जानिए किन जिले में सबसे ज्यादा टैबलेट
हरियाणा मे करीब 5.21 लाख बच्चों को टैबलेट दिए गए है। हिसार में 36,329 टैबलेट दिए गए है जो प्रदेश मे सबसे ज्यादा वही दादरीम मे सबसे कम टैपलेट है। यानि इस श्हर मे केवल 10,317 ही टैपलेट वि​तरित किए गए थे।