हरियाणा: ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर को लेकर अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा बढाने की मांग को लेकर गुस्साए लोगो ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इतना हीं नहीं किसानो ने कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस वे के गढ़ी बिंधरौली टोल प्लाजा को फ्री कराने का प्रयास किया। जिससे चलते पुलिस व किसानो में काफी समय तक बहस हुई।
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काफी समझाने के बाद भी जब किसान नहीं माने तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। किसानों को प्रशासन कुंडली थाना में लेकर गया है। किसान की अगुवाई कर रहे किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ का कहना है कि किसानों की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
किसानों का कहना है कि हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर को के लिए किसानों की भूमि अधिग्रहित की गई है। जिसका मुआवजा कम दिया जा रहा है। किसान केंद्र सरकार से मांग कर रहे है कि केएमपी एक्सप्रेस वे को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा दिया जाए और उसके साथ अधिग्रहित भूमि के बदले वर्ष 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून के तहत कलेक्टर रेट का चार गुणा मुआवजा किसानों को मिले।
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ का कहना है कि इसे लेकर 11 दिन से किसान पिपली टोल प्लाजा पर धरना दे रहे हैं। साथ ही किसानों ने 5 फरवरी को महापंचायत बुलाई है। जिसमें हरियाणा के साथ-साथ पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु के किसान नेता व अलग-अलग खापों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
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उन्होंने कहा कि किसानों ने मांग मनवाने के लिए ही 26 जनवरी को टोल प्लाजा फ्री कराने की घोषणा की थी। अब टोल प्लाजा पर पर पहुंचे तो प्रशासन ने दमनकारी नीति अपनाते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि किसान पीछे हटने वाले नहीं है।
दिखांएगे काले झंडे: 29 जनवरी को गोहाना में होने वाली गृह मंत्री अमित शाह की रैली का वह काले झंडे लेकर विरोध किया जाएगा। पुलिस टीम किसानों को हिरासत में लेकर कुंडली थाना रवाना हो गई है। वहीं एसडीएम राकेश संधु ने कहा कि किसानों की मांग को सरकार तक पहुंचा दिया गया है। किसान टोल फ्री करा रहे तो उन्हें हिरासत में लिया गया है।

















