Heart Attack Deaths: कड़ाके की ठंड के बीच हार्ट अटैक के केस (Heart attack deaths) तेजी बढ़ गए हैं। देशभर में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है।Heart Attack Deaths
अकेले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीते एक सप्ताह में हार्ट अटैक के 65 मामले, जबकि कानपुर का कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल में 98 केस आए है। डाक्टरों ने इन्हें बचाने का हरसंभव प्रयास किया है मगर फिर भी दोनो जगह 20 से अधिक लोगों को हार्ट अटैक की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी । इनके अलावा देश भर जनवरी में 100 से अधिक लोग दम तोड चुके है।
मौत का कारण हार्ट अटैक तो था लेकिन अटैक आने की जो वजह सामने आई है उससे हर कोई हैरान रह गया है। इनमें से 18 लोग 40 साल से कम उम्र के थे।
रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ 7 जनवरी को हार्ट अटैक से 14 लोगों की मौत हुई। इसमें इलाज के दौरान 6 लोगों की जानें गई।. वहीं हार्ट अटैक से पीड़ित 8 लोगों को मृत ही लाया गया था।Heart Attack Deaths
एक हफ्ते में इमरजेंसी और ओपीडी में कुल 4 हजार 862 मरीज अस्पताल पहुंच चुके हैं। बढ़ते केस को देखते हुए डॉक्टर बुजुर्ग लोगों को भीषण ठंड में बाहर न निकलने की सलाह दे रहे हैं। बीते एक हफ्ते में जिन लोगों की मौत रिपोर्ट हुई है, उनमें 50 लोग बुजुर्ग थे।
जानिए क्यो बढा मौत का ग्राफ ?
डॉ विनय के मुताबिक, ज्यादा ठंड की वजह से नसें सिकुड़ जाती हैं। कई लोगों के नसों में कोलेस्ट्रॉल की रुकावट पहले से होती है और फिर सर्दी में नस सिकुड़ती है। अगर ये रुकावट 40 फीसदी थी तो नसों के सिकुड़ने के बाद 60 से 80 फीसदी तक बढ़ जाती है. ठंड में हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर बढ़ने की ये सबसे बड़ी वजह हैHeart Attack Deaths
हर तीन मिनट में आ रहा केस:
इंडियन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक भारत में हार्ट अटैक के लगभग 50 फीसदी मामले 50 साल से कम और 25 फीसदी मामले 40 साल से कम उम्र के लोगों में देखने को मिल रहे हैं।
WHO के मुताबिक, भारत के शहरों में रहने वाले 12 फीसदी और गांवों में रहने वाले करीब 10 फीसदी लोगों में किसी ना किसी तरह की दिल की बीमारियां हैं। इतना ही हीं सर्दियो मे ये आंकलन ओर भी बढ जाता है।
तेजी से बढ रहे केस: देश में होने वाली कुल मौतों में से 27 फीसदी मौतें दिल की बीमारियों से होती हैं। अनुमानित हर साल करीब 20 लाख लोगों की मौत हार्ट अटैक से होती है। आंकलन है कि देश में हर 7 मिनट में 2 हार्ट अटैक के केस सामने आते हैं।
मुंह ढककर सोना है घातक:
चिकित्सको ने बताया कि ह्रदय (हार्ट), फेफड़ों में विकृत संबंधी रोगियों को रात को सोते समय रजाई या फिर कंबल से मुंह व नाक ढककर नहीं सोना चाहिए। उन्होंने बताया कि ठंड के दौरान तापमान में गिरावट आ जाती है जिससे ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाते हैं। शरीर में खून का संचार नहीं होने से हदय गति का झटका आने का चांस रहता है।
हार्ट अटैक का झटका तब लगता है जब शरीर की आवश्यकतानुसार आक्सीजन और पोषण तत्वों की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त खून पंप नहीं कर पाता है। इसकी वजह से हर्ट कमजोर पड़ जाता है और समय के साथ ह्रदय की मांसपेशियां सख्त हो जाती है।
जानिए बचाव के उपाय
ब्लड प्रेशर की जांच करवाते रहें.
ठंड की वजह से होने वाली परेशानियां जैसे कफ, कोल्ड, फ्लू आदि से खुद को बचाए रखने की कोशिश करनी चाहिए.
बुजुर्ग लोग का व्यायाम व सुबह की सेर से परहेज करना चाहिए
ठंड से बचाव के लिए नाक और मुंह को ढककर नहीं सोना चाहिए.
हर्ट को सेहतमंद रखने वाली एक्सरसाइज करते रहना चाहिए.
नमक और पानी की मात्रा सर्दी में कम कर देनी चाहिए क्योंकि पसीने के माध्यम से यह बाहर नही निकल पाता है.