हरियाणा: बॉन्ड पॉलिसी के बदलाव को लेकर MBBS स्टूडेंट ने Rohtak में एक नंवबर से धरना शुरू किया था, लेकिन सरकार द्वारा मांग पूरी नहीं होने के कारण अब भूख हड़ताल शुरू बैठ गए है।
बिगडी हालत: आमरण अनशन पर बैठे एक छात्र की शुक्रवार-शनिवार मध्यरात्रि अचानक तबियत खराब हो गई। जिसके बाद छात्र यशवर्धन को इमरजेंसी में भर्ती करवाना पड़ा। यशवर्धन 8 घंटे से आमरण अनशन पर बैठा था।
जानिए क्या है मांग
छात्रों ने बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में 1 नवंबर को धरना प्रदर्शन शुरू किया था। वहीं इसके बाद सरकार ने मांग नहीं मानी तो 24 नवंबर को भूख हड़ताल भी शुरू कर दी, लेकिन अभी तक मांग पूरी नहीं हो पाई है। इसलिए 23 दिसंबर से स्टूडेंट्स ने आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है।
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बता दें कि सरकार द्वारा 40 लाख फीस व 7 साल सरकारी संस्थानों में सेवा का बॉन्ड लागू किया था। जिसका स्टूडेंट्स ने विरोध किया। इसके बाद सरकार के साथ 3 दौर की वार्ता हुई। जिसके बाद सरकार ने फीस 30 लाख व सरकारी संस्थानों में सेवा का कार्यकाल 5 वर्ष कर दिया, लेकिन स्टूडेंट्स इससे नाखुश हैं और पूर्णतया वापस लेने की मांग कर रहे हैं।