CM Flying Raid: एनजीटी के आदेशो की धडल्ले धज्जियां उडाई जा रही है। सबसे अहम बात ता तो यह है सीएम फ्लाइंग की ओर से सील किए जाने के बावजूद चलाए जा रहे है। एक बार फिर प्रशासन की नींद टूटी है। रेवाड़ी जिले में 54 ईंट-भट्ठों का लाइसेंस रद हो चुका है। अब दोबारो से इस ईंट-भट्ठों को सील किया जाएगा।
प्रतिबंध के के बावजूद इसके अधिकांश भट्ठों पर भले ही ईंट नहीं पक रही, लेकिन मिट्टी से कच्ची ईंटे बनाने का काम अब भी चल रहा है। कुछ दिन पहले सीएम फ्लाइंग की टीम ने कई ईंट भट्ठों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सील किया था।
बिना एनओसी चल रहे ईंट-भट्ठे
ईंट-भट्ठों को चलाने के लिए हर साल प्रदूषण, माइनिंग के अलावा अन्य कई विभागों की एनओसी लेनी जरूरी होती है, लेकिन रेवाड़ी में काफी सारे ऐसे भट्ठे भी हैं, जिनके लाइसैंस 2015 के बाद रिन्यू ही नहीं हुए। इसके बाद उनकी विभाग की तरफ से लिस्ट बनाई गई और उनके लाइसेंस रद किए गए।
सीएम फ्लाइंग ने की थी कार्रवाई
रेवाड़ी जिले में 93 ईंट-भट्ठे एक्टिव है, जिनमें एक का लाईसैंस इसी साल रद्द किया गया। पिछले माह सीएम फ्लाइंग की टीम ने ईंट भट्ठों की जांच की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। करीब 50 से ज्यादा ईंट भट्ठा संचालकों के पास भट्ठा चलाने के लिए जरूरी प्रदूषण और माइनिंग विभाग की एनओसी नहीं मिली।
अधिकारियों की होती है मेहरबानी
ईंट-भट्ठों पर कार्रवाई का जिम्मा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का होता है, लेकिन भट्ठा संचालक विभाग के कुछ अधिकारियों से सेटिंग कर लेते है। इसकी वजह से बगैर एनओसी ही ईंट-भट्ठे सालों से चलते आए और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
डीएफएससी अशोक कुमार रावत ने कहा कि हमे जैसे ही पता चला तो हमने ऐसे भट्ठों की सूची बनाई। जिन भट्ठों के लाईसैंस रद्द हो चुके है, उन्हें किसी भी कीमत पर चलने नहीं दिया जाएगा। हमारे इंस्पेक्टर लेकर तमाम अधिकारियों को सूची के हिसाब से भट्ठों का निरीक्षण करने का आदेश दिया हुआ है।CM Flying Raid