सीआईए धारुहेडा व धारूहेड़ा थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने सुलझाया मामला
Murder Case Bhiwadi: धारूहेडा: सीआईए धारुहेडा व धारूहेड़ा थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने 3 दिन पहले हुई टैक्सी चालक की (Texi driver Murder) हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए तीन आरोपियों को काबू कर लिया है। आरोपियो ने महज 1500 रूपए के लिए चालक का अपहरण कर हत्या को अंजाम दिया ।
आरोपियों की पहचान जिला गुरुग्राम के गांव नरहेड़ा निवासी टिंकू उर्फ धर्मेंद्र, राजस्थान के जिला अलवर के गांव कहरानी निवासी संदीप व साथलका निवासी राजबीर उर्फ झुंगड के रूप में हुई है। इस मामले में दो और आरोपियों की पुलिस को तलाश है। तीनो आरोपियो को दो दिन रिमांड पर लिया है।
28 फरवरी को मिला था शव:
उप पुलिस अधीक्षक अमित भाटिया ने बताया जिला गुरुग्राम के पुखरपुर गांव निवासी 41 वर्षीय आदित्य धारूहेड़ा में टैक्सी चलाता था। 26 फरवरी को आदित्य धारूहेड़ा बस स्टैंड से एक बुकिंग लेकर राजस्थान गए था। देर शाम को आदित्य की अपने परिजनों से बात हुई थी। आदित्य ने परिवार के लोगों को कहीं फंसने की जानकारी दी थी। इसके बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था।
लवारिस मिली थी वेन: 27 फरवरी को आदित्य की कार भिवाड़ी की खोरी चौकी पुलिस ने लावारिस हालत में बरामद की थी। धारुहेडा थाना पुलिस ने आदित्य के भाई ललित कुमार की शिकायत पर लापता होने का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।
28 फरवरी को कहरानी के जंगल से आदित्य का शव बरामद हुआ था। आदित्य की गला रेत कर हत्या की गई थी। इसके बाद धारुहेडा थाना पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला भी दर्ज कर लिया था।
तीन आरोपियों को दबोचा:
जिस दिन से आदित्य का मोबाइल गायब था। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से मोबाइल की कॉल डिटेल और लोकेशन की जांच की तो उस पर एक मिस कॉल के मैसेज का पता लगा। पुलिस ने जिस नंबर से मिस कॉल दिखा रहा था, वह गांव साथलका के एक दुकानदार का था। पुलिस जांच करते हुए दुकानदार के पास पहुंची। दुकानदार ने बताया कि 26 फरवरी की शाम को एक कार में कुछ लोग साथलका निवासी राजवीर उर्फ झुंगड के घर आए थे।
मोबाइल से खुला राज: उनकी कार के ड्राइवर का मोबाइल नहीं मिल रहा था और ड्राइवर ने उसे उसके मोबाइल नंबर पर कॉल करने का आग्रह किया था। इसके बाद पुलिस ने राजवीर उर्फ झुंगड को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्या की गुत्थी सुलझती चली गई। पुलिस ने दो और आरोपी कहरानी निवासी संदीप व नरहेड़ा निवासी टिंकू उर्फ धर्मेंद्र को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की।
अपहरण के लिए बुक की थी कार:
पूछताछ में तीनों ने बताया एक युवक परेशान करता था। संजय के साथ मिलकर संदीप, टिंकू व एक अन्य युवक साथलका निवासी मनीष उर्फ आलू के साथ मिलकर उस युवक का अपहरण कर मारपीट करने का प्लान बनाया था। टिंकू उर्फ धर्मेंद्र, संदीप व मनीष उर्फ आलू ने आदित्य की कार 26 तारीख को बुकिंग की थी और किशनगढ़ पहुंच गए थे।
किशनगढ़ पहुंचने के बाद उन्हें वह युवक नहीं मिला तो तीनों वापस लौट आए। इस दौरान आदित्य को उनके अपहरण करने के प्लान के बारे में पता लग गया था। चारों के पास बुकिंग के पैसे भी नहीं थे।
पहले ही रची थी हत्या की साजिश: चारों आदित्य को लेकर गांव साथ साथलका में राजवीर उर्फ झुंगड के घर आ गए। यहां आने के बाद पांचों ने आदित्य की हत्या करने की साजिश रची। राजवीर के घर से ही आरोपियों ने वारदात में प्रयुक्त चाकू लिए थे। पांचो उसे कहरानी के जंगल में ले गए और हत्या करने के बाद शव को वहीं फेंक दिया था।
आरोपी कार लेकर वहां से चले गए। फिर बाद में उसे लावारिस हालत में छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश करके दो दिन के रिमांड पर लिया है। आरोपियों से वारदात में प्रयुक्त चाकू और आदित्य का मोबाइल बरामद किया जाना है।