रसगन स्कूल की बिल्डिंग हुई जर्जर, हादसे को दे रही न्यौता
धारूहेडा: प्रशासन भले ही विद्यालय के सुंदरीकरण का दावा करे, लेकिन गांव रसगण स्थित प्राथमिक विद्यालय का जर्जर स्कूल भवन शासन की नाकामी का जीता-जागता उदाहरण है। लोक निर्माण विभाग की ओर से कंडम घोषित किए जाने के बावजूद इस बिल्डिंग को नही गिराया गया है। ग्रामीणों ने इस बिल्डिंग के गिराकर नया भवन बनाने की मांग की हैं
ग्रामीणों के अनुसार बरसात में छत में पड़ी दरारों से पानी टपकता रहता है। जो स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों व अध्यनरत छात्रों के लिए गंभीर खतरा बना हुआ हैं। यह भवन किसी भी दिन बड़े हादसे की वजह बन सकता है। हालांकि कोविड की वजह से वर्तमान में कक्षाएं बंद है। फरवरी माह में कोविड संक्रमण कम होने पर कक्षाए शुरू होने जा रही है। ऐसे में क्या बच्चे इस जर्जर भवन में पढाई करेंगें। अगर समय रहते इस भवन को नहीं गिराया जो कभी भी बडा हादसा हो सकता है। ग्रामीण दीपक यादव ने जिला शिक्षाधिकारी व सीएम विंडो पर शिकायत देकर इस जर्जन भवन को गिराने व नए भवन बनाने की मांग की हैं। गांव निवर्तमान सरंपच सुमन यादव ने बताया कि शिक्षा विभाग को कई बार इस बिल्डिंग के बारे मे अवगत कराया जा चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही हैं