रेवाड़ी: शहर में रात को डिलीवरी देने गए जोमैटो के डिलीवरी ब्वॉय महेन्द्र हत्याकांड गोली मार कर हत्या मे प्रथम दृयता में लूट होना माना गया है। लेकिन सही कारणो का खुलासा हो बदमाशो की गिरफतारी के बाद ही होगा। सीआइए समेत पुलिस की 3 टीमें लगातार छानबीन में लगी हुई है। इसके अलावा अंसल टाउनशिप के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी कब्जे में ली गई है।
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क्या है मामला: पलवल जिले के गांव हुड़िथल निवासी 30 वर्षीय महेन्द्र सिंह पिछले 3 माह से रेवाड़ी में अपनी बहन के घर दुर्गा कॉलोनी में रहकर यहां फूड सप्लाई का काम करने वाली जोमैटो कंपनी में बतौर डिलीवरी ब्वॉय कार्यरत था। रविवार की रात करीब 10 बजे वह शहर के सेक्टर-19 स्थित अंसल टाउनशिप में ऑडर देने गया था। तभी टाउनशिप के गेट पर अज्ञात बदमाशों ने उसे गोली मार दी।
उसके बाद उसे पहले शहर के एक प्राइवेट अस्पताल और फिर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई थी। वारदात स्थल पर महेन्द्र की बाइक तो पड़ी मिली, लेकिन उसका मोबाइल फोन और पर्स गायब मिला। महेन्द्र के जीजा रेवाड़ी निवासी जयपाल ने मॉडल टाउन थाना में दर्ज कराई एफआईआर में बताया कि महेन्द्र के पर्स में 7 हजार रुपए थे। पुलिस ने हत्या के अलावा इस मामले में स्चैनिंग की धारा भी जोड़ी है।
मोबाइल की ट्रैसिंग जारी:
महेन्द्र सिंह हत्याकांड में आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एसपी राजेश कुमार ने कई टीमें गठित की हैं। सीआईए के अलावा मॉडल टाउन पुलिस हत्यारों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। पुलिस महेन्द्र सिंह के मोबाइल के जरिए बदमाशों की तलाश कर रही है। इसके अलावा अंसल टाउनशिप के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी कब्जे में ली गई है, जिससे उस रात बाइपास से गुजरने वाले संदिग्ध लोगों की पहचान की जा सके, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ कुछ खास नहीं लगा है।