रेवाड़ी। तेजी से बढ रहे कोरोना केसो के चलते दो दिन पहले जिला प्रशासन ने रेवाडी में संडे बाजार नहीं लगाने के आदेश दिए थे। वहीं सुबह अधिकारियों ने मौके पर जाकर जांच भी की, लेकिन उनके जाने के बाद ही शहर में संडे बाजार लग गया। इस दौरान बाजार में आए अधिकतर ग्राहकों के चेहरे पर मास्क तक नहीं दिखाई दिए। साथ ही लोग सामाजिक दूरी का भी पालन नहीं करते दिखाई दिए।
शहर की पुरानी सब्जी मंडी से लेकर गोकल गेट तक संडे बाजार लगता है। शहर के लोगों का कहना है कि इस बाजार में कम कीमत पर अच्छी क्वालिटी के सामान मिलते हैं। बाजार में कपड़े, जूते, सब्जी सहित अन्य दैनिक उपयोग की चीजें सस्ते रेट पर मिल जाती हैं। इसलिए संडे बाजार में अन्य दिनों की बजाए ज्यादा भीड़ रहती है। कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए जिला उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने दो दिन पहले प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कोरोना महामारी के चलते आगामी आदेशों से संडे बाजार नहीं लगाने के आदेश दिए थे।
उपायुक्त के आदेश मिलने के बाद जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने रविवार की सुबह बाजार में जाकर औचक निरीक्षण भी किया था, लेकिन अधिकारियों के जाते ही सरकारी आदेश हवा-हवाई हो गए। बाजार में आने वाले 70 प्रतिशत लोगों ने मास्क तक नहीं लगवाया हुआ था। इसके अलावा सरकार की ओर से एक जनवरी से सार्वजनिक स्थानों पर जाने के लिए कोरोना की दोनों डोज लगवाना अनिवार्य किया था, लेकिन बाजार में आने वाले लोगों की सर्टिफिकेट की जांच के लिए जिला प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। संडे बाजार में पहले की तरह भारी भीड़ दिखी। वहीं अधिकारी दिनभर चैन की नींद सोए रहे।
अधिकारी तीन बजे तक बाजार में मौजूद थे, तब तक दुकानें नहीं लगी थीं। प्रशासन के पास पुलिस भी व्यवस्था नहीं थी। फिर भी कार्रवाई के दौरान चार-पांच लोगों के चालान काटे गए हैं। अगले रविवार से पूरी कड़ाई रहेगी। बाजार को नहीं लगने दिया जाएगा।
-अभे यादव, ईओ, नगर परिषद