धारूहेडा: यहां के ज्योतिबा फुले पार्क में भारत की प्रथम शिक्षिका माता सावित्री बाई फूले की जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नूंह के मजिस्टेट धर्म चौधरी नपा के कार्यकारी चेयरमैन सत्यनारायण को तथा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश सचिव रतन सैनी को बतौर मुख्य मौजूद रहें। सुबह हवन कर माता सावित्री बाई को पुष्प अप्रित किए गए।
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रतन सैनी ने कहा की सावित्रीबाई फुले देश की क्रांति ज्योति थीं। उन्होंने तत्कालीन रूढ़िवादी समाज में नारी शिक्षा के लिए एक जनवरी 1848 को नौ बालिकाओं को लेकर पुणे में कन्या पाठशाला की शुरुआत कर अभूतपूर्व कार्य किया। लोगों के विरोध के बावजूद वे निरंतर शिक्षा के प्रचार प्रसार में लगी रहीं। विधवा विवाह, छुआछूत, अंधविश्वास के खिलाफ जबरदस्त आंदोलन किया।
साल 1896 में महाराष्ट्र में भीषण प्लेस फैलने पर अस्पताल खोलकर लोगों की सेवा करते समय बीमारी से ग्रसित हो गईं। उनकी प्रेरणा से नारी शिक्षा को बढ़ावा मिला। इस मोके पर ओबीसी मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश सैनी, सैनी सभा के प्रधान खेमचंद सैनी, पूर्व प्रधान राजेंद्र सैनी, चुन्नी लाल, पार्षद मनीषा सैनी, पुष्पा सैनी, त्रिलोक धारीवाल, डीके शर्मा, रामनिवास, सुमेर सिंह, रामफल शास्त्री, संदीप सैनी, अशोक जोशी आदि मोजूद रहे।