विजय दिवस की 50वीं वर्षगांठ: रेजांगला पार्क रेवाडी में शौर्य सम्मान समारोह आयोजित

रेवाड़ी। विजय दिवस एवं रेजांगला शहीदी समारोह समिति ने विजय दिवस की 50वीं वर्षगांठ पर रेजांगला पार्क रेवाडी में शौर्य सम्मान समारोह का अयोजन किया। इस अवसर पर  रेजांगला पार्क स्थित स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजली दी गई, समिति की ओर से शहीदों की वीरांगनाओं को शॉल भेंट कर सम्मानित किया, रण बांकुरो योद्वाओं तथा जीवन में विशिष्ट उपलब्धियां हांसिल करने वाले नागरिकों को भी सम्मानित किया। समारोह के मुख्य अतिथि मेजर जनरल वाई के यादव रहे और कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने की।
मुख्य अतिथि मेजर जनरल वाई के यादव ने कहा कि हमारे सैनिकों की वीरता व उनका रण कौशल अति सरहानीय है। हमारी सेनाएं विश्व की सर्व क्षेष्ठ सेनाए हैं। वर्ष 1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान 16 दिसंबर को भारत ने विजय हांसिल की थी और उसी दिन से यह दिन हर वर्ष विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 1971 में हुए भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तानी सेना पराजित हुई और 16 दिसंबर 1971 को ढाका में आत्मसमर्पण कर दिया था। उन्होंने बताया कि हमारे सैनिकों की वीरता अद्वितीय है तथा पूरा विश्व भारतीय सेना का लोहा मानता है। उन्ही की बदौलत हम चैन की सांस ले रहे हैं। जिस तरह से कारगिल में हुए शहीदों के परिवार वालों को सरकार ने सुविधा दी हैं उसी तरह से अन्य जो युद्व हुए जैसे1962, 1965 और 1971 के युद्व में शहीद हुए जवानों के परिवार वालों को भी सुविधाएं देनी चाहिए।
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इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने वर्ष 1971 में भारत पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध के दौरान शहीद हुए भारत के वीर सैनिकों को नमन किया और कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में लड़ी गई लड़ाई में भारत की सेनाओं ने अपने शौर्य का परिचय देते हुए वह कमाल कर दिखाया, जिसकी बदौलत पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए और बांग्लादेश के रूप में एक नए देश का निर्माण हुआ। उन्हीं वीरों की याद में हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस बार 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में इसे गोल्डन जुबली के रूप में मनाया जा रहा है। वहीं इस दौरान कैप्टन अजय यादव ने एक बार फिर भारतीय सेनाओं में अहीर और गुर्जर रेजिमेंट बनाने की पुरजोर मांग की
रेवाड़ी के रेजांगला पार्क में स्थित वॉर म्यूजियम की दुर्दशा पर कैप्टन अजय यादव ने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले वीर शहीदों की याद में बने इस वॉर म्यूजियम की दुर्दशा से इस सरकार को कोई सरोकार नहीं रह गया है। ये तो सिर्फ  हिंदू मुस्लिम और पाक चीन के नाम पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। वार म्यूजियम में शहीदों की तस्वीरें भी न होना बडे ही शर्म की बात है। समारोह के दौरान स्कूल और कॉलेजों के छात्रों द्वारा देशभक्ति पर आधारित अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। सभा को ले. जनरल जे बी एस यादव, ले कर्ण सिंह यादव, कमाडेंट आर के यादव, ब्रिगेडियर एस एस खोला, कर्नल रोशन सिंह, कुलपति डा. उमाशंकर यादव ने भी संबोधित किया व शहीदों को श्रृद्वा सुमन अर्पित किए। सभी ने मांग की कि वन रैंक वन पेंशन को पूर्ण रूप से लाग किया जाए तथा अर्ध सैनिक बलों की पेंशन योजना पुन: बहाल की जाए।