रेवाडी: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को भले ही बढ़ावा देने के बावजूद 35 गांवों में लिंगानुपात 700 से भी कम है। अब लिंगानुपात में सुधार के लिए इन गांवों पर खास फोकस किया जाएगा। इसके लिए बुधवार को शहर के ट्रॉमा सेंटर में बैठक भी की गई।
जिसमें लिंगानुपात कम होने बारे जिला आशा कोऑडीर्नेटर, ब्लॉक आशा कोऑर्डीनेटर व जिन आशा के क्षेत्र का लिंगानुपात अत्यंत कम है, उनको बुलाया गया। सिविल सर्जन ने इस दौरान सभी को इन गांवों में लिंगानुपात में सुधार के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए कहा।
सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार ने कहा कि लिंगानुपात को बढ़ाने के लिए प्रथम तिमाही में गर्भवती महिला का पंजीकरण करवाने, गैर कानूनी ढंग से गर्भपात करवाने वाले की सूचना देने, गैर कानूनी ढंग से लिंग जांच करने वाले अल्ट्रासाउंड की सूचना देने के साथ ही गैर कानूनी ढंग से यदि कोई गर्भपात या गर्भ में लिंग जांच करने वाले की सूचना देने पर एक लाख रुपए के इनाम के बारे में भी बताया।
उन्होंने कहा कि इसकी सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि लिंगानुपात बढ़ाने को लेकर जागरूकता के लिए इन गांवों के जन प्रतिनिधियों से मिलकर विशेष कार्यक्रम कराएं, ताकि लोगों में जागरूकता में आएं। इस मौके पर उनके साथ डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार भी मौजूद रहे। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. अशोक ने बताया कि इनमें 9 गांवों का लिंगानुपात तो 500 से भी कम है। ऐसे में इन गांवों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
















