खुशखबरी: बंद रहेगी भाडावास फाटक, रेवाडी में ओवरब्रिज बनाने का काम शुरू
रेवाड़ी: रेवाडीवासियों के लिए बडी खुशखबरी है। लंबे समय से रेलवे ब्रिज की बाट जोह रहे लोगों अब जल्द ही जाम से निजात मिलने वाली है। शहर का भाड़ावास रेलवे फाटक अगले 2 साल के लिए पूरी तरह बंद होने वाला है। मंगलवार से रेलवे ओवरब्रिज का काम शुरू कर देगा। यह रेलवे फाटक रेवाड़ी-शाहजहांपुर राजमार्ग पर पड़ता है। इसके एक तरफ रेवाड़ी शहर तो दूसरी तरफ दर्जनों कॉलोनी और साथ लगते गांव हैं। डीसी की तरफ से फाटक को बंद करने की अनुमति दे दी गई है। ओवरब्रिज बनाने में आवागमन किसी तरह की बाधा न बने, इसके लिए फाटक को बंद किया जा रहा है। भारी वाहनों के आवागमन को कुछ दिन पहले ही बंद कर दिया गया था। अब इस फाटक से बाइक भी नहीं निकल सकेगी। इसलिए लोगों को वैकल्पिक रास्तों का प्रयोग करना होगा।
बता दें कि शहर के भाड़ावास फाटक पर ओवरब्रिज बनाने की मांग काफी पुरानी है। सालों से इसकी फाइल अटकी हुई थी। लेकिन इसी साल की शुरुआत में ओवरब्रिज बनने का रास्ता साफ हुआ। रेलवे लाइनों पर ओवरब्रिज का काम राज्य सरकार और रेलवे दोनों की तरफ से किया जाता है। लाइन के ऊपर के हिस्से का रेलवे तथा बाकी निर्माण राज्य सरकार की तरफ से कराया जाता है। 60 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस ओवरब्रिज का काम सितंबर में हरियाणा स्टेट रोड एंड ब्रिज डेवलपमेंट कोरपोरेशन (HSRDC) ने शुरू किया था। अब रेलवे ने भी काम शुरू करने की तैयारी कर ली है। मंगलवार से फाटक बंद होने के बाद तेजी के साथ काम होगा।
2023 में बनाकर तैयार होगा ओवरब्रिज:
भाड़ावास रेलवे फाटक के पार हंसनगर, आदर्श नगर, परशुराम कॉलोनी सहित 1 दर्जन कॉलोनियों के अलावा साथ लगते आधा दर्जन से ज्यादा गांव हैं, जिनका इसी मार्ग से रेवाड़ी शहर से सीधा जुड़ाव है। रेवाड़ी-जयपुर रेलवे मार्ग पर बने इस ट्रैक पर ट्रेनों का सबसे ज्यादा आवागमन रहता है, जिसकी वजह से फाटक बंद होने पर लोगों को घंटों खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। लेकिन अब ओवरब्रिज बनने के बाद लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। परंतु इससे पहले लोगों को परेशानी झेलनी पड़ेगी, क्योंकि पैदल को छोड़कर मंगलवार से यहां से बाइक भी नहीं निकल पाएगी। 60 करोड़ की लागत से बन रहे इस ओवरब्रिज पर 37 करोड़ रुपए हरियाणा सरकार खर्च करेगी। 2023 में यह ओवरब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा।
रामपुरा और बिठवाना वैकल्पिक मार्ग
भाड़ावास फाटक बंद होने के बाद फाटक पार जाने और शहर में आने वाले लोगों के लिए 2 वैकल्पिक मार्ग हैं। एक रामपुरा होते हुए बारा पत्थर मंदिर से सीधे रेवाड़ी-शाहजहांपुर मार्ग पर पहुंचेगा। दूसरा बावल रोड पर गांव बिठवाना से गांव भाड़ावास में आकर रेवाड़ी शहाजहांपुर मार्ग पर आता है। फाटक के दूसरी तरफ काफी स्कूल भी हैं, जिनमें बड़ी संख्या में बच्चे पहुंचते हैं। इसलिए इसी वैकल्पिक मार्ग का प्रयोग करके दोनों तरफ आवागमन हो सकता है।