हरियाणा: प्रदेश की राजधानी में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की एंट्री से अफरा तफरी मच गई है। इततना ही चंडीगढ में वैरिएंट आने से अब पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में खतरा बढ़ गया है। सुरक्षा की लिहाज से अब दूसरी राज्यों व विदेश से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर जरूर जांच कर रहे हैं, लेकिन आवाजाही को लेकर इन सबकी सीमाओं पर किसी तरह की कोई रोक-टोक नहीं है।
डोज लगने के बाद भी वैरिएट मिला: चंडीगढ में अगर ओमिक्रॉन फैला तो फिर इन राज्यों में खतरा पैदा हो सकता है। फिलहाल इन तीनों राज्यों में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट का केस नहीं मिला है। चंडीगढ़ में मिले युवक में कोरोना से जुड़ा कोई भी लक्षण नहीं था। जिससे चिंता ज्यादा बढ़ गई हैं, क्योंकि विदेश से आने पर युवक का प्रोटोकॉल के तहत टेस्ट किया गया था, जिसके बाद इसका पता चला। वहीं उसे फाइजर कोविड वैक्सीन की दोनों डोज भी लगी हुई थी।
पंजाब-हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़:
चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा की राजधानी है। ऐसे में दोनों ही जगहों की राज्य सरकारों के सभी बड़े ऑफिस चंडीगढ़ में ही हैं। अफसरों से लेकर नेताओं की बेरोकटोक आवाजाही रहती है। ऐसे में अगर चंडीगढ़ में ओमिक्रॉन वैरिएंट फैला तो फिर यह खतरा और बढ़ सकता है।
हिमाचल फेवरेट टूरिस्ट स्थान पर पडेगा असर:
टूरिस्ट प्लेस के लिहाज से हिमाचल चंडीगढ़ का सबसे फेवरेट प्लेस है। चंडीगढ़ से नजदीक होने की वजह से लोग सामान्य तौर पर वहां आते-जाते रहते हैं। खासकर, शनिवार और रविवार को छुट्टी वाले दिन बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही रहती है। इसके अलावा पंजाब से भी बड़ी संख्या में टूरिस्ट यहां आते हैं। ऐसे में अगर ओमिक्रॉन फैला तो स्थिति बिगड़ सकती है।
पंजाब में 3 मरीज संदिग्ध मिले:
पंजाब की बात करें तो फिलहाल यहां पर ओमिक्रॉन के संदिग्ध मरीज हैं। यह तीनों भी इटली से अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरे थे। कोविड जांच में यह पॉजिटिव पाए गए और इनमें ओमिक्रॉन वैरिएंट की जांच के लिए सैंपल दिल्ली भेजे गए हैं। फिलहाल इन तीनों को मेडिकल कॉलेज के अलग वार्ड में रखा गया है।
आती ही हो गया था क्वारैंटाइन था युवक
चंडीगढ़ सेहत विभाग का दावा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट पॉजिटिव आया 20 साल का युवक यहां पहुंचते ही अलग से होम आइसोलेशन में रखा गया था। हालांकि फिर भी उसके 7 हाई रिस्क कॉन्टैक्ट मिले हैं। जो जांच में फिलहाल निगेटिव पाए गए हैं। सेहत विभाग का दावा है कि पॉजिटिव आने के बाद ही युवक को होम से इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन कर दिया गया था, जिसके बाद उसमें ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई। अब भी जब तक उसकी रिपोर्ट निगेटिव नहीं आती, उसे इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन ही रखा जाएगा।