धारूहेडा: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के एनएसएस वॉलिंटियर्स द्वारा वर्ल्ड एड्स डे पर एक नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति की गई । जिसमें एड्स से बचाव के बारे में अवगत कराया गया । उन्होंने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया कि एड्स से बचाव कैसे बचा जा सकता है और अगर एड्स हो जाए तो घबराने की जरूरत नहीं है । अगर किसी व्यक्ति को एड्स हो भी जाता है तो भी निजी अस्पताल से उसकी जांच करा सकते हैं और एड्स की जानकारी हॉस्पिटल द्वारा गुप्त रखी जाती है ।
उन्होंने लोगो का यह भ्रम भी दूर किया कि एड्स लोगों के साथ बैठने, साथ खाना खाने, खांसी छीक आदि के माध्यम से एड्स नहीं फैलता है । एनएसएस वॉलिंटियर्स ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों से काफी अच्छा संदेश दिया । लोगों ने उनकी द्वारा अच्छाई का संदेश फैलाने के लिए तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाया । नुक्कड़ नाटक की एनएसएस वॉलिंटियर्स द्वारा काफी अच्छी तरीके से प्रस्तुति की गई । जिसमें सभी एनएसएस स्वयंसेवकों ने अलग-अलग भूमिका निभाई, जिसमे रविंद्र मदारी की भूमिका में थे, प्रवीण जमूरे, योगेंद्र, वृंदा, उमेश, मंदीप, सीमा ने नुक्कड नाटक की प्रस्तुत किया । यह नुक्कड़ नाटक यूनिवर्सिटी के पास मीरपुर के पास के चौक यूनिवर्सिटी के पास प्रस्तुत किया गया । जिसमें एनएसएस समन्वयक डॉ. करण सिंह, प्रोग्राम अधिकारी श्री सुशांत यादव, भारती, वाईआरसी समन्वयक समृद्धि की उपस्थिति में नुकड़ नाटक किया गया । एनएसएस समन्वयक और एनएसएस अफ़सरो ने भी लोगो को एड्स के बारे में जागरूक किया । समृद्धि ने बताया की अगर एड्स हो जाए तो घबराने की जरूरत नहीं है इसे अपने परिवार से बताएं । सभी एनएसएस वॉलिंटियर्स ने काफी अच्छी भूमिका में नुक्कड़ नाटक को प्रस्तुत किया ।