धारूहेडा: सुनील चौहान। कस्बे के गांव खरखडा में पशु पालन एवं डेयरिग विभाग और लीड बैंक प्रबंधन के संयुक्त तत्वावधान में पशु किसान क्रेडिट शिविर का आयोजन किया गया। इसमें किसानों को कृषि के साथ पशुपालन को बढ़ावा देने का आह्वान किया। लीड बैंक प्रबंधक भूपेंद्र राव ने बैंक की ओर से किसानों और पशु पालकों को दी जाने वली ऋण सुविधा के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत पशुपालकों को ऋण प्रदान किया जाता है। यदि किसान के पास गाय है तो उसे 40,783 रुपये का ऋण प्रदान किया जाएगा। यदि किसान के पास भैंस है तो 60,249 रुपये का ऋण पशुपालक को प्रदान किया जाता है। ऋण प्राप्त करने के लिए पशुपालक को पशु किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना होगा। योजना के अंतर्गत ऋण की राशि छह किस्तों में प्रदान की जाती है। लाभार्थी को एक साल के अंतराल में चार फीसद ब्याज दर के साथ लौटानी होती है। पशु पालन एवं डेयरिग विभाग के उपमंडल अधिकारी डा. राजबीर सिंह यादव ने कृषि के साथ पशुपालन व्यवसाय से आमदनी बढ़ाने के उपाय बताए।
उन्होंने पशुओं के साथ मुर्गी पालन के प्रति जागरूक किया। इस दौरान सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने किसानों से पशु किसान क्रेडिट बनवाने के लिए आवश्यक नियमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिसंबर में खंड स्तर पर अलग अलग स्थानों पर इसी प्रकार के शिविर आयोजित किए जाएंगे। इसके तहत तीन दिसंबर को खोल ब्लाक का मंदौला स्थित पशु अस्पताल में शिविर आयोजित होगा। इसी प्रकार 10 दिसंबर को डहीना पशु अस्पताल, 17 को जाटूसाना स्थित पशु अस्पताल में, 24 दिसंबर को नाहड़ स्थित पशु अस्पताल में और 31 दिसंबर को पशु अस्पताल बावल में शिविर का आयोजन होगा। इस मौके पर पशु चिकित्सक डा. इंद्रपाल चौहान, डा.हर्ष यादव, डा. धर्मपाल पूनिया, डा. विजय यादव, डा. प्रदीप यादव आदि के साथ पशु पालक और किसान उपस्थित थे।